कौन है यासीन मलिक जिसे अंतिम सांस तक जेल में रहना होगा, दो मामलों में उम्रकैद और 10-10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया Read it later

 

Yasin Malik
Yasin Malik | Photo: AP

जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) को पटियााला हाउस कोर्ट (Patiala House Court) ने टेरर फंडिंग केस (terror funding case) में उम्रकैद की सजा सुनाई है। NIA Court ने 19 मई को ही यूएपीए (UAPA) के तहत यासीन को दोषी करार दिया था। यासीन मलिक को दो मामलों में उम्रकैद के साथ ही कुल 9 धाराओं में सजा सुनाई गई है। इसमें 10 साल की जेल के साथ ही 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। यासीन मलिक की ये सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। रिपोर्ट्स के अनुसार यासीन मलिक को ताउम्र यानी आखिरी सांस तक जेल में ही रहना होगा। 

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IPC और UAPA की इन धाराओं के तहत मलिक को सुनाई गई सजा

एनआईए कोर्ट के विशेष जज ने यासीन मलिक (Yasin Malik) पर आईपीसी की धारा 120 बी के तहत 10 साल जेल, 10 हजार रुपए जुर्माना, जबकि धारा 121 के तहत उम्रकैद और 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा आईपीसी की धारा 121ए के तहत 10 साल की जेल और 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। इसके अलावा UAPA की धारा 17 के तहत उम्रकैद और 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। 

#WATCH | Yasin Malik has been awarded life imprisonment under section 17 UAPA, and a fine of Rs 10 lakhs, sentenced to 10 years of imprisonment under 120B & a fine of Rs 10,000 and other sections of IPC and UAPA…: Advocate Akhand Pratap Singh, court-appointed amicus pic.twitter.com/rn3HDKp729

— ANI (@ANI) May 25, 2022

UAPA की धारा 13 के तहत 5 साल की कैद, UAPA की धारा 15 के तहत 10 साल की सजा, UAPA की धारा 18 के तहत 10 साल की सजा और 10 हजार जुर्माना, UAPA 20 के तहत 10 साल की सजा और 10 हजार जुर्माना, UAPA की धारा 38 और 39 के तहत 1 साल की सजा और 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।

#WATCH | Terror funding case: Yasin Malik being taken out of NIA Court in Delhi. He will be taken to Tihar Jail shortly.

He has been awarded life imprisonment in the matter. pic.twitter.com/bCq5oo47Is

— ANI (@ANI) May 25, 2022

मई, 2017 में एनआई ने दर्ज किया था टेरर फंडिंग केस 

इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने कोर्ट में कहा था कि यासीन मलिक (Yasin Malik) ने आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के समर्थन से जम्मू-कश्मीर के लोगों और सिक्योटी फोर्सेज पर हमला करके घाटी में हिंसा फैलाने का काम किया। 

वहीं कोर्ट ने माना कि यासीन मलिक ने कश्मीर की आजादी के नाम पर घाटी में आतंकवाद और दूसरी गैरकानूनी गतिविधियां फैलाने के लिए फंडिंग की। बता दें कि यासीन मलिक के खिलाफ NIA ने 30 मई, 2017 को केस दर्ज किया था। इस मामले में यासीन के अलावा और भी कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

यासीन मलिक पर लगे हैं ये आरोप

यासीन मलिक (Yasin Malik) के खिलाफ कई धाराओं के तहत आरोप तय किए गए थे। इनमें गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की धारा 16 (टेररिस्ट एक्ट), धारा 17 (टेररिस्ट एक्ट के लिए फंडिंग करना), धारा 18 (टेररिस्ट एक्ट की साजिश रचना) और धारा 20 (आतंकवादी गिरोह का मेंबर होना) सहित आईपीसी की धारा 120-B (आपराधिक साजिश) और 124-A (राजद्रोह) भी शामिल था।

#WATCH | I honour whatever punishment the judges have awarded. They know better what punishment should be given in such a case… I’m 100% sure justice will be given to me…: Nirmal Khanna, wife of IAF officer Ravi Khanna, a victim of a terror attack carried out by Yasin Malik pic.twitter.com/hgcgRx1PnS

— ANI (@ANI) May 25, 2022

अदालत में बोला यासीन मेरी किस्मत का फैसला में कोर्ट पर छोड़ता हूं

बुधवार को कोर्ट के फैसले से पहले यासीन मलिक (Yasin Malik) ने कहा- यदि मैं किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि में शामिल रहा हूं और एजेंसी ये साबित करती है तो मैं पॉलिटिक्स से संन्यास ले लूंगा। मुझे फांसी की सजा भी मंजूर होगी। मैं भीख नहीं मांगूंगा। मेरी किस्मत का फैसला मैं कोर्ट पर छोड़ता हूं। 

कोर्ट में बहस के दौरान यासीन मलिक ने कहा, ”बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद 30 मिनट के अंदर ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया…। पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे पासपोर्ट आवंटित किया और मुझे भारत ने व्याख्यान देने की अनुमति दी…, क्योंकि मैं अपराधी नहीं था..। यहां तक कि न्यायाधीश ने कहा कि इस मामले से पहले मलिक के खिलाफ कोई मामला या मुकदमा नहीं चल रहा था…। एनआईए ने धारा 121 के तहत अधिकतम सजा की मांग की थी। 

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मलिक ने कहा कि 1994 में हथियार छोड़ने के बाद मैंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों का पालन किया है… और तब से मैं कश्मीर में अहिंसक राजनीति कर रहा हूं…। कोर्ट रूम में यासीन ने कहा कि 28 सालो में यदि मैं कहीं आतंकी गतिविधि या हिंसा में शामिल रहा हूं और इंडियन इंटेलिजेंस यदि ये साबित कर दे तो मैं राजनीति से भी सन्यास ले लूंगा…, फांसी मंजूर कर लूंगा…। देश के 7 पीएम के साथ मैंने काम किया है…।

श्रीनगर के लाल चौक पर कड़ी सुरक्षा की गई

बता दें कि यासीन मलिक (Yasin Malik) की सजा को लेकर पहले ही कश्मीर घाटी और श्रीनगर में सुरक्षाबलों को चौकन्ना कर दिया गया था। श्रीनगर के सबसे संवेदनशील लाल चौक के आसपास की सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया था। हालांकि, ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से खुला था। शहर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई थी। 

यासीन मलिक के सपोर्ट में उतरे पाकिस्तानी नेता

World should take note of Indian govt’s mistreatment of political prisoners in IIOJK. Conviction of prominent Kashmiri leader Yasin Malik on fake terrorism charges is futile effort 2 silence voices critical of India’s blatant human rights abuses. Modi regime must b held 2 account

— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 23, 2022

यासीन मलिक की सजा को लेकर पाक के सभी राजनीतिक पार्टियां बौखला गई हैं और वो सभी मलिक के समर्थन में बोलने लगीं। पाकिस्तान के वजीरेआजम शहबाज शरीफ ने मलिक के समर्थन में एक ट्वीट में कहा, ‘दुनिया को भारत के जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार के दुर्व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। प्रमुख कश्मीरी नेता यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराना भारत में मानवाधिकार के हनन की आलोचना करने वाली आवाजों को चुप कराने का निरर्थक प्रयास है। मोदी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए।’

Strongly condemn the continuing fascist tactics of Modi govt against Kashmiri leader Yasin Malik from his illegal imprisonment to his conviction on fake charges. International community must act against the Hindutva fascist Modi regime’s state terrorism in IIOJK.

— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 24, 2022

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी यासीन मलिक को लेकर एक ट्वीट किया है। इमरान खान ने अपने ट्वीट में भारत की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘मैं कश्मीरी नेता यासीन मलिक के खिलाफ मोदी सरकार की फासीवादी नीति की कड़ी निंदा करता हूं। इसमें यासीन को अवैध रूप से जेल में रखने से लेकर फर्जी आरोपों में उन्हें सजा देना शामिल है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत अधिकृत कश्मीर में हिंदुत्व फासीवादी मोदी सरकार के राज्य पोषित आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।’

फांसी से बचा तो अपने वकील को गले लगा लिया

सजा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच यासीन मलिक को NIA कोर्ट लाया गया।
सजा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच यासीन मलिक को NIA कोर्ट लाया गया।


सजा सुनने के बाद यासीन ने अपने वकील एपी सिंह को गले लगाया। सजा के ऐलान से पहले पटियाला हाउस कोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। उधर, श्रीनगर के कई बाजार बंद हो गए। वहां भारी फोर्स तैनात है। कुछ इलाकों में पत्थरबाजी की घटनाएं भी सामने आईं। श्रीनगर और आसपास के इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सर्विस फिलहाल बंद कर दी गई है।

 

20 साल छोटी लड़की से मोहब्बत, पाकिस्तान में की शादी

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यासीन की निजी जिंदगी की बात करें तो उसने लव मैरिज की है। उसकी पत्नी मुशाल हुसैन मलिक पाकिस्तान की रहने वाली है। दोनों की मुलाकात पाकिस्तान में ही हुई थी। इसके बाद दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे थे। 

20 साल छोटी है यासीन की बीवी

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यासीन मलिक पत्नी और बच्ची के साथ। फोटोः सोशल मीडिया।


यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक का जन्म पाकिस्तान के कराची में 1986 में हुआ। वहीं, यासीन मलिक का जन्म तीन अप्रैल 1966 में हुआ है। मतलब यासीन से मुशाल 20 साल छोटी है।

संपन्न परिवार से है मुशाल

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यासीन मलिक पत्नी और बच्ची के साथ। फोटोः सोशल मीडिया।


मुशाल के पिता एमए हुसैन पाकिस्तान के जाने माने अर्थशास्त्री थे। मुशाल की मां रेहाना पाकिस्तानी मुस्लिम लीग की नेता रहीं हैं। मुशाल का भाई अमेरिका में विदेश नीति का विश्लेषक है। 

2005 में हुई थी दोनों की मुलाकात

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मुशाल और यासीन की मुलाकात 2005 में हुई। फोटोः सोशल मीडिया।


मुशाल और यासीन की मुलाकात 2005 में हुई थी। जानकारी के अनुसार उस वक्त यासीन भारत के खिलाफ साजिश रचने के लिए पाकिस्तान में ही था। एक रैली में भाषण देने के बाद जब यासीन बाहर निकला तो उससे मिलने मुशाल आई। मुशाल ने यासीन का ऑटोग्राफ लिया। एक इंटरव्यू में मुशाल ने इसका जिक्र भी किया था। कहा था कि मुझे यासीन का भाषण पसंद आया था। मैंने उनसे हाथ मिलाया और उनका ऑटोग्राफ लिया।

 मुशाल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे यासीन ने उसे प्रपोज किया था

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यासीन की पत्नी मुशाल। फोटोः सोशल मीडिया।


2005 के बाद मुशाल और यासीन के बीच बातचीत का सिलसिला तेज हो गया। पाकिस्तानी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में मुशाल ने बताया था कि एक दिन यासीन ने मुझसे कहा कि मुझे पाकिस्तान बहुत पसंद है और खासकर तुम बहुत पसंद हो। 

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