Rajasthan Politics: कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच राजनीतिक सुलह करा ली है। ‘गद्दार’ विवाद के बाद मंगलवार को पहली बार किसी मुलाकात में गहलोत-पायलट ने एक दूसरे का अभिवादन किया। इसके बाद वेणुगोपाल ने पहले दोनों को बंद कमरे में मिलवाया, फिर गहलोत-पायलट को मीडिया के सामने हाथ खड़ा करवाया और कहा- ये राजस्थान कांग्रेस है। हम पूरी तरह से एक हैं।
वेणुगोपाल ने कहा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने कहा है कि हम यात्रा तक नहीं बल्कि चुनाव तक एकजुट होकर काम करेंगे। हमारे नेता राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि गहलोत और पायलट दोनों ही पार्टी के लिए ऐसेट हैं।
भारत-जोडो यात्रा की तैयारी बैठक में पहुंचने पर पायलट-गहलोत ने एक-दूसरे के नमस्कार का जवाब नमस्कार से दिया। कांग्रेस वॉर रूम में हुई बैठक के बाद गहलोत और पायलट ने मीडिया से एक साथ बातचीत की। गहलोत ने कहा- राजस्थान में सब एकजुट हैं। गहलोत और पायलट दोनों ही ऐसेट हैं। वहीं पायलट ने कहा- सब मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे। हमें कोई भड़का नहीं सकता। बैठक में भारत जोड़ो यात्रा पर चर्चा हुई।
The United Colours of Rajasthan.#BharatJodoYarta pic.twitter.com/bV1vFPdbLG
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 29, 2022
बैठक से पहले सीएम गहलोत ने राहुल की बात दोहराई
बैठक से पहले सीएम गहलोत ने राहुल गांधी की लाइन भी दोहराई। गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जब कह दिया है कि दोनों नेता संपत्ति हैं तो संपत्ति हैं। इसमें कहने को कुछ बचा ही नहीं, फिर उन्होंने जो कह दिया उसके बाद चर्चा किस बात की?गहलोत ने कहा कि आजादी से पहले और बाद में हमारी पार्टी की सबसे बड़ी विशेषता यही रही है कि पार्टी प्रमुख नेता के अनुशासन पर चलती है। उसके कहने के बाद कोई गुंजाइश नहीं बचती। जब राहुल गांधी ने कहा है तो हम सब संपत्ति हैं।
गहलोत ने कहा- हर कार्यकर्ता कांग्रेस का ऐसेट
गहलोत ने कहा कि उनका मतलब यह भी था कि हमारे साथ हर कार्यकर्ता पार्टी की संपत्ति है। दोनों नेता संपत्ति हैं तो उनके अनुयायी भी संपत्ति हैं। हम सब मिलकर यात्रा को सफल बनाएंगे। अगला चुनाव मुख्य मुद्दा है, यह हम जीतकर बताएंगे।
आलाकमान की राहुल की राजस्थान में यात्रा तक कोई विवाद न करने के संकेत
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच हाल ही में गहराए विवाद में अब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तक ‘राजनीतिक-संघर्ष विराम’ की संभावना जताई जा रही है। हाईकमान की ओर से हिदायत दी गई है कि यात्रा समाप्त होने तक दोनों खेमे में कोई विवाद नहीं हो। राजस्थान के लिए संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल मामले को देख रहे हैं। गहलोत द्वारा सचिन पायलट को गद्दार कहने से शुरू हुए विवाद को निपटाने के लिए बीच का रास्ता निकाला गया है, दोनों नेताओं को साधने का फार्मूला अपनाया गया है।
बयानबाजी करने वाले नेताओं की आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी
वेणुगोपाल ने एडवायजरी के बाद बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई के सवाल पर कहा- मेरे निर्देश के बाद किन नेताओं ने बयान दिए हैं, मैंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से स्पष्टीकरण मांगा है‚ दोषियों पर पार्टी नियमानुसार कार्रवाई होगी।
521 किलोमीटर के सफर का प्वाइंट टू प्वाइंट रूट जल्द ही फाइनल होगा
राहुल गांधी की झालावाड़ से अलवर जिले तक की लगभग 521 किलोमीटर की यात्रा के पॉइंट-टू-पॉइंट रूट प्लान को जल्द ही अंतिम रूप दिए जाना है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व मंत्रियों ने पूरे रूट का जायजा लिया है। यात्रा 18 दिनों तक राजस्थान में चलेगी।
माकन के पद से इस्तीफा देने के बाद वेणुगोपाल को मिली राजस्थान कांग्रेस के अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी
अजय माकन के प्रदेश प्रभारी पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद उन्होंने राजस्थान का कामकाज देखना बंद कर दिया था। विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर 25 सितंबर को समानांतर बैठक की गई। इसके लिए जिम्मेदार नेताओं पर कार्रवाई नहीं हुई तो माकन ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने 8 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपने इस्तीफे सौंप दिया। इसके बाद से माकन ने राजस्थान प्रभारी का कामकाज बंद कर दिया था। फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा से पहले किसी को प्रभारी की जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इसलिए अब प्रभारी की जगह केसी वेणुगोपाल को जिम्मेदारी दी गई है। अजय माकन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद गठित संचालन समिति के सदस्य जरूर हैं, लेकिन उन्होंने राजस्थान प्रभारी के रूप में काम करना बंद कर दिया है।
बैठक में हुई थी खींचतान‚ गहलोत ने इंटरव्यू में उन्हें गद्दार करार दिया था
23 नवंबर को कांग्रेस वॉर रूम में हुई भारत जोड़ो यात्रा की बैठक में गहलोत और पायलट के बीच खींचतान साफ नजर आई थी। दोनों का एक-दूसरे को घूरते हुए वीडियो काफी चर्चा में आ गया था। बैठक में गहलोत के आने के आधे घंटे बाद पायलट निकल लिए थे। इस बैठक से एक दिन पहले गहलोत ने पाली में एक इंटरव्यू में पायलट को गद्दार बताया थां बैठक के अगले ही दिन इंटरव्यू प्रसारित किया गया था, जिस पर अब राजस्थान कांग्रेस में सचिन और गहलोत खेमों में खींचतान अब तक जारी है।
राजस्थान में यात्रा के प्रवेश से ठीक पहले 4 दिसंबर को होगी बैठक
राहुल गांधी के राजस्थान में प्रवेश से ठीक पहले चार दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में संचालन समिति की बैठक होगी। इसमें पार्टी से जुड़े लंबित मामलों पर बता होगी। इस बैठक पर प्रदेश कांग्रेस के भविष्य के लिहाज से अहम माना जा रहा है।