Proxy and VPN: आजकल ऑनलाइन सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर सभी चिंतित रहते हैं। हर कोई अपनी डिजिटल गतिविधियों को निजी रखना चाहता है और डेटा चोरी से बचना चाहता है। इसके लिए कई लोग प्रॉक्सी या वीपीएन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, आप जानते हैं कि प्रॉक्सी और वीपीएन में क्या अंतर है?
प्रॉक्सी के काम करने का तरीका (How proxy works)
यह एक इंटरमिडिएट सर्वर है, जो आपके और इंटरनेट के बीच लिंक का काम करता है। यह आपके अनुरोधों को वास्तविक आइपी पते को छिपाकर फॉरवर्ड करता है। यह आपको प्रतिबंधित सामग्री तक पहुंचने में भी मदद कर सकता है। हालांकि यह डेटा चोरी से पूरी सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता।
वीपीएन के फायदे (Benefits of VPN)
वीपीएन भी इंटरनेट ट्रैफिक को सुरक्षित करता है। यह डेटा को एन्क्रिप्ट करता है और इसे सुरक्षित सुरंग के जरिए भेजता है। यह भी आपके आइपी पते को छिपाता है और आपको एनोनिमस यानी गुमनाम बनाता है। डेटा चोरी व निगरानी से सुरक्षा देता है।
कौन सा विकल्प बेहतर
यह आपके उपयोग पर निर्भर करता है। यदि आप केवल प्रतिबंधित सामग्री तक पहुंचना चाहते हैं तो प्रॉक्सी पर्याप्त होगा। यदि आप डिजिटल गतिविधियों को निजी रखना चाहते हैं व डेटा चोरी से सुरक्षा चाहते हैं तो वीपीएन का प्रयोग करें।