Project Blueprint: दुुनिया में हम सभी हमेशा जवान और सेहतमंद रहने की कोशिश करते हैं और यही सभी की ख्वाहिश रहती है, क्योंकि बुढ़ापे से सभी को डर सताता है। लेकिन उम्र बढ़ना तो एक नेचुरल प्रॉसेस है। जो एक सच्चाई है इसे देर सवेर सभी को फेस करना होता है। हां , यह जरूर है कि संतुलित आहार, नियमित दिनचर्या व व्यायाम से बुढ़ापे की गति को धीमा जरूर किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जवान रहने का जुनून एक अमेरिकी बिजनेसमैन पर इस कदर चढ़ा है कि वह अपने शरीर की जवानी को बरकरार रखने के लिए सालाना 16 करोड़ रुपये अपने शरीर को मेंटेंन रखने पर खर्च कर रहा है। कैलिफोर्निया का रहने वाले यह शख्स हैं ब्रायन जॉनसन। वे एक करोड़पति बिजनेसमैन हैं। ब्रायन जॉनसन बायोटेक कंपनी कॉर्नेल्को के ओनर हैं। खास बात ये है कि उनके इस पूरे मेडिकल प्रॉसेस व लाइफ स्टाइल में किसी तरह की प्लास्टिक सर्जरी या अन्य आर्टिफिशियल टेक्नीक का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, बल्कि पूरी तरह से यह दिनचर्या, खान-पान, व्यायाम, बेहतर नींद के कारण किया जा रहा है।
ब्रायन जॉनसन का शरीर बन रहा 18 साल के युवक की तरह
ब्रायन जॉनसन जवान बने रहने के लिए 30 मेडिकल प्रोफेशनल्स की टीम की सर्विस ले रहे हैं। (Project Blueprint) इस मेडिकल टीम का नेतृत्व फिजिशियन ओलिवर जोलमैन कर रहे हैं। कहा जाता है कि ओलिवर रीजेनरेटिव मेडिसिन में विशेषज्ञ है, उनका दावा है कि वे जॉनसन के अंगों की उम्र बढ़ने को रोक देंगे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो ब्रायन जॉनसन नाम के एक बिजनेसमैन ने अपने लिए करोड़ों रुपए का एक मेडिकल सिस्टम बनाया हुआ है, जिसकी कीमत करीब 20 लाख डॉलर बताई जा रही है। खर्च की बात करें तो भारतीय रुपये में यह करीब 16 करोड़ रुपए है।
Bryan Johnson – project blueprint
खुद को जवान बनाए रखने के लिए रोजाना स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं। जॉनसन का दावा है कि इस मेडकिल प्रेक्टिस की बदौलत उनकी बॉडी एक 18 वर्षीय व्यक्ति की शारीरिक सहनशक्ति जैसी हो गई है। वहीं उनके फेफड़े 18 साल के युवक की तरह हो गए हैं। उनका दिल 45 साल की उम्र में भी 37 साल के स्वस्थ युवक की तरह हो गया है।
Bryan Johnson – project blueprint
इतना ही नहीं जॉनसन का यह भी कहना है कि उन्होंने अपनी त्वचा को 28 साल के युवक की तरह बना लिया है। जॉनसन ने यूट्यूब पर अपना एक वीडियो भी शेयर किया है।
बेटे का खून खुद में और अपना खून पिता के शरीर में चढ़ाया
एक दिन ब्रायन जॉनसन अपने 70 साल के पिता रिचर्ड और 17 साल के बेटे टैैल्मेज के साथ क्लिनिक गए। यहां उन्होंने ‘प्लाज्मा स्वैपिंग’ थैरेपी कराने की बात कही। इसके बाद जॉनसन और उनके बेटे टैैल्मेज के शरीर से एक लीटर खून निकाला गया। डॉक्टरों ने उस खून से रेड सेल्स, वाइट सेल्स और प्लेटलेट्स अलग कर लिए। इसके बाद टैल्मेज का रक्त जॉनसन के शरीर में और जॉनसन का रक्त उसके पिता के शरीर में चढ़ाया गया।
यह सिलसिला अगले कुछ महीनों तक चलता रहा। बीच में, जॉनसन और टैल्मेज के रूप में उसी उम्र के अन्य हैल्दी लोगों का रक्त भी जॉनसन और उनके पिता के शरीर में चढ़ाया गया। जॉनसन और उनके पिता के लिए 30 डॉक्टरों की टीम इस थेरेपी पर काम कर रही है। इस टीम को लीड करने वाले डॉक्टर ओलिवर ज़ोलमैन का दावा है कि उन्होंने उम्र बढ़ने को रिवर्स करने में कामयाबी हासिल की है।
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जॉनसन का प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट (Project Blueprint) आखिर क्या है
जॉनसन के शरीर के अंगों की उम्र बढ़ाने के बजाय उन्हें कम करने का ब्लू प्रिंट (Project Blueprint) सिस्टम तैयार किया गया है। ऐसे में जॉनसन की दिनचर्या काफी अनुशासित रखी गई है। वह वीगन डाइट पर फॉलो कर रहे हैं। वीगन डाइट यानी फल, अनाज और पौधों से मिलने वाला भोजन। इसमें दूध और इसके उत्पाद और अंडे शामिल नहीं हैं।
‘प्लाज्मा स्वैपिंग’ थैरेपी किस तरह काम करती है?
प्लाज्मा स्वैपिंग की वजह से बूढ़े लोग कैसे जवान होते हैं ये जानने से पहले आप में यह तो उत्सुकता होगी कि आखिर इंसान का शरीर बूढ़ा कैसे होता है?
- दरअसल जीवन की शुरूआत एक सिंगल सेल या कोशिका से होती है, जिसे एग कहते हैं।
- एक सेल डिवाइड होकर दो सेल्स में कन्वर्ट होता है। इसी तरह दो से चार और फिर ये क्रम चलता रहता है।
- इस पूरे प्रोसेस को सेल साइकिल कहते हैं।
- कई सेल्स मिलकर टिश्यू बनाते हैं। यही टिश्यू मिलकर शरीर के एक अंग बनाते हैं। कई अंग मिलकर शरीर को जिंदा रखते हैं। एक शरीर में 37 खरब से ज्यादा सेल्स होते हैं।
- इंसानों के शरीर के सेल्स सिर्फ 50 बार डिवाइड हो सकते हैं। एक उम्र के बाद सेल्स की साइकिल में डिस्टर्बेस पैदा होने लगती है।
- इसी डिस्टर्बेस की वजह से इंसानों का शरीर बूढ़ा होता है।
- अगर इन सेल्स की एक्टिविटी पर किसी तरह कंट्रोल किया जाना संभव हो तो इंसानों की उम्र घटाई बढ़ाई जा सकती है।
Bryan Johnson – project blueprint
ब्लड प्लाज्मा पर रिसर्च पब्लिश होने के बाद शुरू हुआ तकनीक का इस्तेमाल
इसी साल 12 जनवरी 2023 को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का एक शोध प्रकाशित हुआ। इसके बाद तो ब्लड प्लाज्मा को एंटी एजिंग तकनीक के तौर पर इस्तेमाल करने की प्रक्रिया सुर्खियों में आई। इस प्रयोग में बड़े चूहों को छोटे चूहों का खून दिया गया। (Project Blueprint) शोधकर्ता ने कहा कि इससे न केवल चूहों की आंखों में रोशनी लौटी, बल्कि बुजुर्ग चूहों के चयापचय यानी मेटाबॉलिज्म, हड्डियों की संरचना और शरीर के अन्य कार्यों में भी सुधार देखा गया। हालांकि, इस ब्लड एक्सचेंज से इंसानों में क्या फर्क पड़ेगा, यह अभी इस पर स्थिति साफ नहीं हुई है, इस पर रसिर्च चल रहा है।
क्या इंसानों में इफेक्टिव है प्लाज्मा थैरेपी?
ब्रायन की निगरानी कर रहे डॉक्टर ओलिवर का कहना है कि प्लाज्मा स्वैपिंग के जरिए वह ब्रायन जॉनसन और उनके पिता के शरीर की कोशिकाओं की गतिविधि को नियंत्रित कर रहे हैं. इसके साथ ही वह बूढ़ों के शरीर में जवानी का खून डालकर पुरानी कोशिकाओं की मरम्मत कर रहे हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का एक वर्ग इस दावे को सही नहीं मानता है।
अमेरिका के लॉस एंजेलिस में बायोकेमिस्ट चार्ल्स ब्रेनर कहते हैं, ‘फिलहाल हमें नहीं लगता कि यह इंसानों के किसी भी तरह के इलाज के लिए सही है। मेरे हिसाब से इस तकनीक का कोई सकारात्मक प्रमाण नहीं है और यह खतरनाक है। हालांकि, रक्त प्लाज्मा का उपयोग भौतिक स्थितियों जैसे आघात, गंभीर यकृत रोग, रक्त के थक्के जमने की क्षमता में कमी के लिए किया जाता है।
वहीं, वैज्ञानिकों की चिंताओं के विपरीत जॉनसन ने उम्र कम करने के लिए एंटी-एजिंग पहल शुरू की है। इसे नाम दिया गया है और प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट। इस परियोजना का उद्देश्य शरीर के 70 भागों की जैविक आयु को कम करना है।
प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट (Project Blueprint) के अनुसार जॉनसन हर दिन 1977 कैलोरी की खपाा रहे हैं। (Project Blueprint) वे 1 घंटे तक एक्सरसाइज करते हैं और उनके सोने का भी एक निश्चित समय होता है।
हाल ही में उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने महज 7 महीने में अपनी जैविक उम्र कम कर ली है। इस उलटी उम्र के बाद अब उनका दिल 37 साल, त्वचा 28 साल और फेफड़े 18 साल के हो गए हैं।
इसके लिए उन्होंने सख्त वीगन डाइट ली, सप्लीमेंट्स लिए, जमकर एक्सरसाइज की, हर महीने दर्जनों मेडिकल प्रोसिजर्स से गुजरे और प्लाज्मा थेरेपी कराई। प्लाज्मा थेरेपी की प्रक्रिया में उन्होंने अपने 17 साल के बेटे टैैल्मेज के खून का इस्तेमाल किया।
Bryan Johnson – project blueprint
(Project Blueprint) जॉनसन हर सुबह 5:00 बजे उठ जाते हैं। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए वेनिस, कैलिफोर्निया में एक हेल्थकेयर सुइट बनाया गया है। जॉनसन का कहना है कि ये सब करके वो ये साबित करना चाहते हैं कि शरीर का धीरे-धीरे बूढ़ा होना ही नेचर का नियम नहीं है। मेडिकल ट्रीटमेंट व नियमित खान पान व दिनचर्या से बुढ़ापे को जवानी की तरफ रिवर्स भी किया जा सकता है।
इस एंटी एजिंग तकनीक पर और कौन रिसर्च कर रहा है ?
दुनिया में कई स्टार्ट-अप कंपनियां रिवर्स एजिंग पर काम कर रही हैं। 2016 में अमेरिका के एम्ब्रोसिया नाम के एक स्टार्ट-अप ने एक जवान शरीर से एक बूढ़े शरीर में एक लीटर खून डालने की कीमत 6.5 लाख रुपये बताई थी. इस स्टार्ट-अप ने बताया था कि आईवीएफ के जरिए 16 से 25 साल के युवाओं का खून लेकर बूढ़े लोगों के शरीर में चढ़ाया जाता है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के न्यूरोलॉजिस्ट टोनी वायस कोरे की स्टार्ट-अप कंपनी का नाम ‘अल्काहेस्ट’ है। (Project Blueprint) इस कंपनी ने दावा किया है कि अगस्त 2019 में छह महीने की टेस्टिंग के बाद उन्हें उम्मीद के मुताबिक नतीजे मिले थे। वास्तव में, हल्के अल्जाइमर रोग वाले 40 रोगियों को युवा लोगों के प्लाज्मा से संक्रमित किया गया था। इससे उसकी हालत में सुधार होने लगा।
मौत टालने का फॉर्मूला खोजने वाले बिलेनियर्स
लेरी पेज गूगल के को-फाउंडर
2013 में कैलिफोर्निया लाइफ नाम से एक कंपनी लॉन्च की गई, जिसे कैलिको लैब्स भी कहते हैं। इसका काम उम्र से जुड़ी बीमारियों से निपटने के लिए दवाएं डेवलप करना और बढ़ती उम्र पर रिसर्च करना है। करीब 12 हजार करोड़ खर्च करने के बावजूद रिवर्ज एजिंग में कैलिको लैब्स ने कोई खास सफलता नहीं हासिल की।
सर्गी ब्रिन गूगल के को-फाउंडर
2008 में अनाउंस किया कि वो पार्किसन से पीड़ित हैं जिसमें ब्रेन सेल्स डैमेज होने लगती हैं।
इसके बाद उन्होंने निजी तौर पर एंटी एजिंग मेल्स
उन्होंने कई ऐसी कंपनियों में पैसा इन्वेस्ट किया है जो उम्र पर काम करना शुरू रोकने पर काम कर रही हैं।
किया।
मार्क जुकरबर्ग (mark zuckerberg) फेसबुक के फाउंडर
2015 में भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने मार्क जुकरवर्ग से पूछा कि वो विज्ञान से किस बड़े प्रश्न का उत्तर जानना चाहते हैं।
जुकरबर्ग ने कहा मैं जानना चाहता हूं कि हम कैसे हमेशा जिंदा रह सकते हैं? हम सभी बीमारियों का इलाज कैसे कर सकते हैं? मस्तिष्क कैसे काम करता है? आदमी सीखता कैसे है, इसके पीछे क्या साइंस है? इन सवालों की दिशा में बेहतर एक्सप्लेनेशन देने वाले वैज्ञानिकों को 3 मिलियन डॉलर का प्राइज मिलता है जिसे जुकरबर्ग भी फंड करते हैं।
जेफ बेजोस अमेजन के फाउंडर
अल्टोस (ALTOS) लेक्स में निवेश किया है, जो मेल की हेल्थ और सेलुलर प्रोग्रामिंग के जरिए रोग, चोट और जीवन भर होने वाली अक्षमताओं को दूर करने के लिए काम कर रही है। 2022 में लॉन्च हुई ये कंपनी फिलहाल यूएस और यूके में काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भविष्य में केम्ब्रिज यूके और जापान में भी इस कंपनी को लॉन्च किया जाएगा।
अल्टोस लैब्स (ALTOG LABS) यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट्स के एक बड़े केडर को हैंडसम सेलरी का लालच देकर भर्ती कर रहा है। अब तक 3 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग मिल चुकी है।
पीटर थिएल टेक अरबपति
एंटी एजिंग पर काम कर रही कई कंपनियों पर कटरोड़ों रुपए लगा रखे हैं। जैसे यूनिटी बायोटेक्नोलॉजी, जो एजिंग सेल्स को टारगेट करने वाली दवाएं बनाती है। मेथुसेलह फाउंडेशन को 7 मिलियन डॉलर दिए, जो टिश्यू इंजीनियरिंग और रिजनरेटिव मेडिसिन के जरिए बढ़ती उम्र टोकने के लिए काम करती है। अलकोट लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन के साथ भी साइन अप किया है। साथ ही थिएल फाउंडेशन के जरिए बायो टेक्नोलॉजी कंपनियों में भी निवेश किए हैं।
लैरी एलिसन ओरेकल के फाउंडर
1997 में इंसानी मौत टालने के लिए एलिसन मेडिकल फाउंडेशन बनाया, जो उम्र संबंधित बीमारियों और लाइफ स्पैम पर काम करता था। 2013 में फाउंडेशन ने नई एंटी एजिंग रिसर्च पर पैसे लगाने बंद कर दिए। लेकिन तब तक 430 मिलियन डॉलर खर्च कर चुका था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में एलिसन एंटी एजिंग पर काम करना पूरी तरह से बंद कर कोविड पर फोकस करने लगे थे।
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