महाराष्ट्र महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने एंटीलिया मामले के सिलसिले में व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले को सुलझाने का दावा किया है। एटीएस के डीआईजी शिवदीप लांडे ने रविवार दोपहर यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 2 महाराष्ट्र पुलिस से निलंबित सिपाही हैं, जबकि एक सट्टेबाज है। दो पूर्व कांस्टेबल के नाम विनायक शिंदे और नरेश धारे हैं। एटीएस का कहना है कि ये लोग मनसुख की हत्या के पीछे हैं।
एटीएस के डीआईजी शिवदीप लांडे ने मामले को अपने करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण में से एक बताया। दरअसल, महाराष्ट्र एटीएस मुकेश अंबानी के घर के पास से बरामद एक एसयूवी के मालिक मनसुख हिरेन की मौत की जांच कर रही थी।
केंद्र सरकार ने शनिवार को इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। गृह मंत्रालय से एनआईए जांच की अधिसूचना केवल एक दिन जारी की गई है, जब राज्य के एटीएस ने मामले का खुलासा करने का दावा किया है।
मनसुख का शव 5 मार्च को मुंब्रा की खाड़ी में मिला था
मनसुख का शव 5 मार्च को मुंब्रा की खाड़ी से बरामद किया गया था। उनकी पत्नी ने सीआईयू के पूर्व अधिकारी सचिन बाजे पर उनकी हत्या का आरोप लगाया। पूर्व सीएम फडणवीस के विधानसभा में मामला उठाने के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसकी जांच एटीएस को सौंप दी। एटीएस ने धारा 8 के तहत एनआईए को जांच सौंपने का फैसला किया था। नियम के अनुसार, यदि एजेंसी एक अनुसूचित अपराध की जांच कर रही है, तो यह एक साथ अपराधी द्वारा किए गए किसी अन्य मामले की जांच कर सकती है।
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