जन संघर्ष यात्रा में गहलोत पर बरसे पायलट Read it later

Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra: जन संघर्ष यात्रा के समापन के मौके पर सचिन पायलट ने तीखे तेवर में दिखे। पायलट ने सोमवार को जनसभा में मंच से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चुनौती दी। इस दौरान उन्होंने अपने संघर्षों की याद दिलाते हुए जनता के सामने अगले कदम की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि अगर गहलोत सरकार ने तीनों मांगें नहीं मानीं तो वह आंदोलन करेंगे। इन मांगों में वसुंधरा राजे सरकार में कथित भ्रष्टाचारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच, आरपीएससी को भंग कर नई व्यवस्था स्थापित करना और पेपर लीक से प्रभावित हुए छात्रों को आर्थिक मुआवजा देना शामिल है।

संबोधन देते वक्‍त भावुक हुए पायलट

सभा को संबोधित करते हुए वह भी रो पड़े। उस वक्त भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार 40-45 साल से राजनीति में हैं। इस दौरान उन्होंने बैठक में खलल डालने का भी आरोप लगाया। पायलट ने कहा कि आप इंटरनेट बंद कर दें या बिजली बंद कर दें, कुछ नहीं होने वाला है। सेंटर में मुझे कई मौके मिले। प्रदेश की जनता जानती है कि मेरे कट्टर विरोधी भी मेरे काम करने के तरीके पर उंगली नहीं उठा सकते।

पेपर लीक के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि जब मैंने नागौर में पेपर लीक का मामला उठाया तो कहा गया कि इसमें कोई अधिकारी शामिल नहीं है। जांच से पहले घोषणा की गई थी। लेकिन अब आरपीएससी सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। कहा जा रहा है कि कानून अपना काम करेगा इसलिए मछली छोटी हो या बड़ी पक्षपात से काम नहीं चलेगा।

 

अपनी ही सरकार के खिलाफ बिगुल

भांकरोटा में आयोजित जनसभा (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) में पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। उन्होंने सरकार के सामने तीन मांगें रखीं और कहा कि अगर इस महीने के अंत तक इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे।

अभी तक गांधीवादी अंदाज में बोल रहे थे। पायलट ने कहा- गांवों और शहरों में बड़ा आंदोलन (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) होगा। न्याय कराएंगे। हमारे पास कुछ नहीं है। हम तो पांव में जूते पहनकर निकले थे।

उन्होंने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि हम बिना किसी पद के गाली देकर संगठन का काम कर रहे हैं और आप सत्ता में बैठकर मलाई खा रहे हैं। लोग सुन लें कि मुझे सीमित मत करो, मैं किसी धर्म या समाज से नहीं हूं। मैं 36 कौम का बेटा हूं। मैं राजस्थान का बेटा हूं।

 

पायलट बोले- मैं दबाव में आने वाला नहीं हूं….

पायलट ने कहा, ‘मैं किसी भी पद पर रहूं या न रहूं… राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा….। मैं डरने वाला नहीं हूं…., मैं दबाने वाला नहीं हूं….। मैं आपके लिए लड़ा हूं…. और लड़ता रहूंगा….। कहा कि कुछ लोग इस बैठक में खलल डालने की कोशिश कर सकते हैं। बैठक में आए लोगों, समर्थकों ने यह भी पूछा कि क्या आपको यहां आने के लिए नहीं रोका गया?

उन्होंने कहा, 2013 में हमारे पास सिर्फ 21 विधायक रह गए थे। सोनिया गांधी ने फोन कर कहा कि राजस्थान में पार्टी की हालत बहुत खराब है, आप जाकर अध्यक्ष बनिए। इन पांच सालों में हमने वसुंधरा सरकार का उसकी नीतियों के आधार पर जमकर विरोध किया….। वसुंधरा के राज में खुली लूट होती थी….। गहलोत सरकार ने भी वसुंधरा पर आरोप लगाए थे…। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि आलाकमान किसे सीएम बनाए…, यह हमारे हाथ में नहीं है…।

सचिन ने कहा कि मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी हैं…., वित्त मंत्री भी हैं…, मैंने कई बार कहा कि हमने जो कहा है उसकी जांच होनी चाहिए। वसुंधरा सरकार की जांच के लिए अनशन किया। मैंने सोचा कि हमें सार्वजनिक मंच पर जाना चाहिए। भ्रष्टाचार समाज को दीमक की तरह खा रहा है। हमें कड़ा प्रहार करना होगा। हमें दुनिया को दिखाना है कि हम जो कहते हैं वह करके दिखाते हैं।

कटारा को किसकी सलाह पर आरपीएससी का सदस्य बनाया?

जो बच्चे एक-दो साल मेहनत करते हैं, लाखों रुपये खर्च करते हैं, किराए के मकान में रहते हैं और फिर पेपर लीक हो जाता है। आपको इसकी जड़ तक जाना होगा। अगर कानून अपना काम कर रहा है तो कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। मछली बड़ी हो या छोटी, पकड़नी ही पड़ती है।

आपने कटारा को गिरफ्तार कर लिया है। (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) कटारा किसकी सलाह पर आरपीएससी के सदस्य बने, यह पता लगाना है? इस दौरे का मकसद बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार की जांच करना था। यात्रा का मकसद पेपर लीक पर कार्रवाई करना था।

 

युवा निराश होंगे तो राजस्‍थान का भविष्‍य अच्‍छा कैसे होगा?

पायलट ने (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) कहा कि अपनी पार्टी के नेता को बदनाम करना कहां की नीति है, बीजेपी के नेताओं की तारीफ करो।… यह टिकने वाला नहीं है। जो कुर्सी पर बैठेगा उसे न्याय करना होगा….। भेदभाव करने का अधिकार नहीं…। (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) दूध का दूध और पानी का पानी न हो तो विरोधी पूछेंगे कि कहीं कोई दिक्कत तो नहीं है। दूध और नींबू का इन दिनों काफी चलन है…।

किसी को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए…..। अगर युवाओं के मन में निराशा आ जाए तो देश का भविष्य बेहतर नहीं होगा….। यह यात्रा युवाओं के दिलों में आग जलाने के लिए निकाली गई है….।

मैं भी 20 साल से राजनीति कर रहा हूं…..। बड़े पद मिले….। जनता और पार्टी मेरे काम करने के तरीके के बारे में जानती है…..। कोई विरोधी भी मुझ पर उंगली नहीं उठा सकता। प्यार से मांगोगे तो हाथ काट कर दे देंगे, धमका कर ले जााना चाहोगे तो जाने नहीं देंगे…। कसम है युवाओं के छालों की, मैं पीछे हटने वाला नहीं हूँ….। मुझे जो भी कुर्बानी देनी पड़े मैं देने को तैयार हूं।

कोई दूध और नींबू की सफाई दे रहा है। कोई कह रहा है कि दस बार बात हुई, नहीं हुई। मैंने तो यह भी नहीं कहा कि मिलीभगत है। मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि आपने जो कहा है वह करें।

 

हमारी सरकार का एलाइनमेंट खराब हो गया है- मंत्री गुढ़ा

इससे पहले अपने संबोधन में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम गहलोत और अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार का अलाइनमेंट खराब हो गया है। भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कोई भी फाइल बिना पैसे के नहीं चलती।

 

Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra
सचिन की रैली में बड़ी संख्या में जयपुर में पहुंचे उनके समर्थक

मंत्री गुढ़ा का धारीवाल पर बड़ा हमला (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra)

सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- हमारी राजस्थान सरकार का एलाइनमेंट गलत हो गया है। बिना पैसे के कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती। गुधा ने धारीवाल को ताना मारा। (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) कहा- भरत सिंह पत्र पर पत्र लिख रहे हैं। भरत सिंह तीन साल से विधानसभा नहीं आ रहे हैं। धारीवाल और भाया भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

धारीवाल जी राजस्थान की प्यासी जनता को पानी पिलाओ….। आपके कार्यालय से बिना भ्रष्टाचार के कोई पैसा नहीं निकलता है। हमारे मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या शिक्षकों से तबादले पैसे से किए जाते हैं, तो शिक्षकों ने कहा नहीं। भरत सिंह जी 3 साल से विधानसभा नहीं आ रहे हैं। चिट्ठी पर चिट्ठी लिख रहे हैं, धारीवाल और भाया ने खूब खाया।

 

वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत की गठबंधन सरकार

गुढ़ा ने यह भी दोहराया कि वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत की सरकार गठबंधन है। बोले, ‘मेरे पास सबूत है, हेलीकॉप्टर खाली क्यों लौटाया गया? सरकार में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है….। हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पायलट हमारे नेता हैं, आप जो भी फैसला लेंगे, हम उसे मानेंगे। 2023 का फैसला जनता तय करेगी।

राजस्थान सरकार कर्नाटक के 40% कमीशन से भी ऊपर जाकर भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर चुकी है। (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री को भी एक साथ कोरोना हुआ….। कैसे खाली हो गए बीजेपी के हेलीकॉप्टर. बीजेपी के विधायक कैसे खरीदे गए, इसका सबूत मेरे पास है मुख्यमंत्री….। किसको क्या दिया, इसके प्रमाण भी मिलते हैं। आप हेमाराम जी जैसे साफ-सुथरे लोगों पर आरोप लगाते हैं।

 

मंत्री हेमाराम बोले, सीएम पर साधा निशाना- कहा, सीएम के आरोपों से आहत हूं,

सचिन पायलट के दौरे में शामिल हुए मंत्री हेमाराम चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत के आरोपों पर पलटवार किया है। मंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं उससे वह आहत हैं। अगर मुख्यमंत्री पैसे लेने को दोषी मुझे मानते हैं तो मुझे कैबिनेट से बाहर कर दें और मुझ पर कार्रवई करें । आपने मुझे मंत्री क्यों बनाया है? जनसभा में अपने भाषण में मंत्री हेमाराम ने एक बार फिर गहलोत पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा इस सफर में न आए होते तो जाते कहां? हमें आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन हम जनता का मूड देखकर आए हैं, हम जनता से दूर कैसे रह सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के कई नेताओं ने इस रैली में बाधा डाली। हम पर 10, 20, 50 और 100 करोड़ लेने का आरोप लगाया। (Sachin Pilot Jan Sangarsh Yatra) फिर हम जैसे लोग मंत्री बनकर क्यों बैठे हैं? आप अपनी ही सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। जो सीएम के पास जाता है। साहूकार बन जाता है और जो नहीं जाता, वह बेईमान हो जाता है।

भाषण के दौरान हेमाराम चौधरी ने एक कहानी सुनाई। कहा जाता है कि एक बार गुंडों की टोली का बादशाह देश का बादशाह बन गया। देश का राजा बनते ही उसने सबसे पहले सभी गुंडों को जेल भेजा। इसी तरह आप भी राजस्थान के बादशाह हैं, अपने भ्रष्ट साथियों को भेज दीजिए जेल।

 

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