अशोक गहलोत के बयान से राजस्थान की राजनीति में उबाल Read it later

Ashok Gehlot: राजस्थान में चुनाव के पहले राजनीतिक बहस और बयान अपने चरम पर हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने तीन साल पुराना मामला उठाकर एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। आखिर गहलोत को यूं ही जादूगर नहीं कहा जाता। हाल ही उन्‍होंने कांग्रेस से बगावत करने वाले विधायक, पदाधिकारियों पर कटाक्ष किया था, उनके इस बयान को सामान्‍य माना गया। वजह यह कि गहलोत (Ashok Gehlot) व पायलट के बी यह बीते पांच साल से चल रहा है। गहलोत ने राजस्‍थान के चुनावी दौर में मौके की नजाकत को देखते हुए या कहें कि अपनी टाइमिंग को देखते हुए पुर्व मुख्‍यमंत्री व भाजपा नेता वसुंधरा राजे की प्रशंसा कर डाली थी। तो वहीं अपने विधायकों साल 2020 में बगावत के दौरान भाजपा से लिया पैसा लौटा देने की बात कह कर पायलट को भी अप्रत्‍यक्ष तौर पर । गहलोत के यह स‍ियासी दाव सचिन के हमलों को भी कमजोर बना सकते हैं।

 

Table of Contents

सियासी दाव साफ

उन्होंने बागी विधायकों से पैसे वापस करने की अपील कर पायलट को कटघरे में ला दिया है। गहलोत ने वसुंधरा, जिनके खिलाफ पायलट जांच की मांग कर रहे थे, को अपनी सरकार का संकटमोचक बताते हुए अपना सियासी दाव साफ कर दिया है।

गौरतलब है कि वसुंधरा राजे और सचिन पायलट दोनों ही नेता पूर्वी राजस्थान से आते हैं। अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रविवार को धौलपुर में यह बयान भी दिया। पूर्वी राजस्थान का मत्‍स्‍य क्षेत्र आता है। इनमें अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, टोंक, सवाई माधोपुर और दौसा हैं। यहां 39 विधानसभा सीटों पर दोनों पार्टिया जोर लगा रही हैं। 2018 की बात करें तो यहां चुनाव में कांग्रेस ने 25, बसपा ने पांच और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चार सीटें जीती थीं। पायलट तो टोंक से ही विधायक हैं। ऐसे में गहलोत ने बीजेपी से पैसे लेने का आरोप लगाकर आलाकमान को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि कौन पाक साफ है।

गहलोत (Ashok Gehlot) ने क्‍या कह दिया था

धौलपुर में एक कार्यक्रम में रविवार को गहलोत से कहा गया कि कांग्रेस विधायकों को तीन साल पहले जो पैसा बांटा गया था, वह अब भाजपा वापस नहीं ले रही है। पैसा वापस क्यों नहीं लिया जा रहा है, इसकी चिंता उन्हें सता रही है। जबकि वह हर विधायक को अपना पैसा नहीं रखने की बात कह रहे हैं। अगर कुछ खर्चे हुए हैं तो वह पार्टी से करवा देंगे। इसके साथ ही उन्होंने उस समय के संकट को टालने में मदद करने का श्रेय वसुंधरा राजे और दो अन्य बीजेपी नेताओं को भी दिया।

 

ये भी पढ़ें –

Rajasthan Politics: पायलट के सवाई माधोपुर जाने के मायने: राजस्थान की सियासत में कुछ बड़ा फैसला होने वाला हैॽ

KAMALNATH VIRAL VIDEO: भारत जोड़ो यात्रा पर कमलनाथ बोले-हम 7 दिन से मर रहे: गृहमंत्री नरोत्तम तंज- कहीं कांग्रेस का इवेंट जान पर भारी न पड़ जाए

 कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में आसान नहीं होगी अशाेक गहलोत की राह‚ जानिए सबसे बड़ी वजहǃ

गुजरात पुलिस ने केजरीवाल को ऑटो ड्राइवर के साथ बैठकर जाने से रोकाः CM ने कहा आप जबरन सुरक्षा न दें  

 PK का नीतिश पर 2024 की तैयारी पर करारा तंजः  दो चार नेताओं से मिल चाय पी ले ने से सत्ता परिवर्तन नहीं होते

RSS की सहमति से निपटे गडकरी‚ जानिए शिवराज को क्यों दिखाया बाहर का रास्ता?

Like and Follow us on :

Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *