धरती के सबसे करीब आया चंद्रमा: जानिए वैज्ञानिक नजरिये से क्या होता है सुपरमून? Read it later

supermoon 2022
दिल्ली के इंडिया गेट से सुपरमून का नजारा। फोटो: ट्वीटर।

दुनियाभर में आज चांद की चमक (Supermoon) कुछ ज्यादा नजर आई। वैसे तो हर पूर्णिमा को पूरा चांद (supermoon 2022) मतलब कि फुल मून नजर आता है, लेकिन बुधवार रात साल का पहला सुपर मून 15 प्रतिशत ज्यादा चमकीला नजर आया, वहीं इसका आकार भी सामान्य स्थिति से 7 प्रतिशत ज्यादा बढ़ा हुआ था। बता दें कि सुपरमून उस वक्त होता है, जब हमारी पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी सबसे कम होती है। इसी कारण से चांद ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। ऐसी ही स्थिति बीते माह भी बनी थी, जब पूर्णिमा को चांद अपने सफेद रंग से अलग पूरी तरह लाल नजर आया था।

भारत में दिल्ली, हरियाणा, बिहार और अजमेर में चंद्रमा अपनी पूरी चमकीली सफेद आभा के साथ नजर दिखा। दूसरी ओर दुनिया के तमाम बड़े शहरों में भी इसका आकार और चमक सामान्य से ज्यादा नजर आया। भारत में रात 12 बजकर 8 मिनट पर इसके आकार सबसे ज्यादा वृद्धि होने की बात कही गई है,यानी कि इस समय चांद धरती के सबसे करीब था। 

जब पूर्णिमा पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है, तो हम इसे बड़ा और चमकीला देखते हैं। इसे सुपरमून कहते हैं। इस अवधि के दौरान, चंद्रमा सामान्य चंद्र ग्रहण की तुलना में 30% बड़ा और 14% अधिक चमकदार दिखाई देता है। यानी हम सुपरमून की 2 कंडिशन मान सकते हैं; पहला चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक है और दूसरा दिन भी पूर्णिमा है।

supermoon 2022
दिल्ली में सुपर मून सामान्य से करीब 7% बड़ा और 15% ज्यादा चमकीला नजर आया।

हालांकि न तो चंद्रमा अपना आकार बदलता है और न ही चमक, लेकिन पृथ्वी के पास होने से हमें ऐसा आभास होता है। दरअसल, चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर एक ओवल शेप में चक्कर लगाता है। इस वजह से कई बार यह धरती के बेहद करीब आ जाता है। ऐसे में हमें इसका आकार सामान्य से बड़ा दिखाई देने लगता है।

नासा के अनुसार सुपरमून तब होता है जब चंद्रमा की कक्षा पृथ्वी के सबसे करीब होती है और पूर्णिमा होती है। आपको बता दें कि नासा के अनुसार, 1979 में ज्योतिषी रिचर्ड नोल ने पहली बार सुपरमून शब्द का इस्तेमाल किया था। एक सामान्य वर्ष में दो से चार सुपरमून हो सकते हैं। पिछले पूर्णिमा की तुलना में इस महीने पृथ्वी और चंद्रमा 0.04% के करीब हैं।

ये भी पढ़ें  – सुपरमू क्या होता है तस्वीरों से समझिए

पूर्णिमा और सुपरमून के बीच क्या संबंध है?

पूर्णिमा और सुपरमून के बीच क्या संबंध
Photo | Social Media

चंद्रमा हर 27 दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करता है। पूर्णिमा भी 29.5 दिन में एक बार आती है। हर पूर्णिमा में सुपरमून नहीं होता, लेकिन हर सुपरमून पूर्णिमा को ही होता है। चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर एक अण्डे के आकार में चक्कर लगाता है, इसलिए पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी हर दिन बदलती ही रहती है। 
जब चंद्रमा पृथ्वी से सबसे दूर होता है, तो उसे एपोजी (Apogee) कहा जाता है और जब वह निकटतम होता है तो उसे पेरिजी (Perigee) कहा जाता है। पेरिजी के समय चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी लगभग 3.60 लाख किमी होती है, जबकि एपोजी के समय यह लगभग 4.05 लाख किमी दूर होता है।
सुपरमून वो खगोलीय घटना है, जिसमें चांद अपने नॉर्मल स्थिति से ज्यादा बड़ा नजर आता है। BBC रिपोर्ट के अनुसार सुपरमून सामान्य चांद की तुलना में 7% ज्यादा बड़ा दिखाई देता है। वहीं ये 15% ज्यादा चमकीला भी दिखता है। सुपरमून हर साल तीन से चार बार दिखाई देता है।
सुपरमून दिखने की वजह भी बेहद रोचक है। इस दौरान चांद धरती के चारों ओर घूमते-घूमते उसकी कक्षा के ज्यादा करीब आ जाता है। इस सिचुएशन को पेरिजी (Perigee) कहा जाता है। वहीं, चांद के धरती से दूर जाने पर उसे अपोजी (Apogee) कहा जाता है। एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोल ने पहली दफा 1979 में ऐसी स्थिति के लिए सुपरमून शब्द का यूज किया था।
super buck moon

जुलाई में दिखने वाले सुपरमून को सुपर बक मून भी कहा जाता है (Why is it called the Super Buck Moon?)

जुलाई में दिखाई देने वाले सुपरमून को बक मून भी कहा जाता है। हिंदी में बक को वयस्क नर हिरण कहा जाता है। ये साल के उस समय को लेकर कहा जाता है, जब हिरणों के नए सींग उगने लगते हैं। वहीं, दुनिया की अन्य जगहों में जुलाई के सुपरमून को थंडर मून भी कहते  हैं, क्योंकि ये मानसून का दौर होता है और इस मौसम में बादल गरजना और बिजली कड़कना नॉर्मल होता है। 

 ब्लडमून किसे कहते हैं? ( What Is Bloodmoon?)


ब्लडमून किसे कहते हैं?
Photo | Social Media

हम सभी ने अपने बचपन में रोशनी के सात रंगों के बारे में पढ़ा था। प्रिज्म के साथ एक्सपेरिमेंट भी हमने किया होगा कि जब प्रकाश की किरण प्रिज्म से होकर निकलती है तो वह सात रंगों में बिखर जाती है। हमने इसे VIBGYOR यानी बैंगनी (वी), इंडिगो (आई), नीला (बी), हरा (जी), पीला (वाई), नारंगी (ओ) और लाल के रूप में भी कंठस्त किया होगा।

यह पृथ्वी के वायुमंडल से प्रकाश को फिल्टर करता है और फिर हमारे ग्रह की छाया चंद्रमा पर पड़ रही होती है। बैंगनी (बैंगनी) की वेवलेंग्थ सबसे कम ही होती है और वहीं लाल रंग की सबसे अधिक होती है। चंद्र ग्रहण के दौरान, पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। 

तब पृथ्वी सूर्य के प्रकाश को चंद्रमा तक पहुंचने से रोक देती है। सबसे अधिक तरंग दैर्ध्य यानी वेवलेंग्थ वाला लाल रंग ही प्रभावी होता है। इससे चंद्रमा पर लाल चमक आ जाती है। जिसके कारण इसे ब्लड मून भी कहा जाता है।

ये भी पढ़ें – सुपरमून‚ ब्लडमून और सुपर बक मून क्या होता हैॽ

सुपरमून भारत | सुपरमून की तस्वीरें | सुपरमून 2021 | सुपरमून | भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण का समय | भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण | ब्लड मून | भारत ब्लड मून | पूर्ण चंद्रग्रहण  भारत | पूर्ण चंद्रग्रहण की तस्वीरें | पूर्ण चंद्रग्रहण का समय | पूर्ण चंद्रग्रहण 2021 | पूर्ण चंद्रग्रहण | चंद्रग्रहण लाइव | चंद्रग्रहण |  total lunar eclipse timing in india | total lunar eclipse photos | total lunar eclipse india | total lunar eclipse | Supermoon India | Supermoon in India | Supermoon | Blood Moon 2022 | supermoon 2022 photos | supermoon 2022 blood moon timing in india | blood moon photos | Blood Moon India | blood moon | Science News | Science News in Hindi | Latest Science News | Science Headlines | where to watch the next Supermoon? | Why is it called the Super Buck Moon? | Super Buck Moon vs Strawberry Moon

ये भी पढ़ें 

हजयात्रा में मुस्लिम क्या करते हैं, क्या है हज?

श्रीलंका में जनता बेकाबू, प्रेसीडेंट हाउस को घेरा, राष्ट्रपति देश से फरार‚ प्रधानमंत्री का भी इस्तीफा‚  ताजा अपडेट में देखें पूरा हाल

छत्तीसगढ़ में निर्भया जैसी हैवानियत:दुष्कर्म कर गुप्तांग में तवे का मूठ डाला, महिला ने बचाव की कोशिश की तो कर दी हत्या 

 ये क्यूट Rain Bugs क्यों हो रहे विलुप्त!

हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की लाइफ स्टोरी के बारे में और ज्यादा व पूरी जानकारी यहां देखें

 मूसेवाला का SYL गाना बैन: बंदी सिखों की रिहाई और पंजाब-हरियाणा के विवादित नहर के मुद्दे की बात, YouTube से भी हटाया

Elon Musk ने फिर क्यों कहा ज्यादा बच्चे पैदा करो, भविष्यवाणी की – जापान दुनिया से गायब हो जाएगा

अर्नब की चैट में नए खुलासे: अर्नब को पहले से ही सरकार के कई फैसले पता थे; चाहे वो बालाकोट स्ट्राइक हो या कश्मीर में 370 को हटाने का फैसला

BIHAR ELECTION 2020 : चुनाव से पहले NDA में दरार दिखी, LJP ने नितीश के नेतृत्व को नकारा, लेकिन BJP से एलाइंस को तैयार 

ये भी पढ़ें 

 सुशांत की मौत से कमाई : बिहार से पकड़े गए आरोपियों ने यूट्यूब पर फर्जी खबरें डालकर 4 महीने में कमाए 15 लाख रुपए

सुशांत सिंह ड्रग्स मामले की चार्टशीट में आरोपी सीधे तौर पर ड्रग्स की सप्लाई और अवैध फाइनेंसिंग में शामिल; सारा श्रद्धा का नाम भी आरोप पत्र में

 ड्रग्स केस में रिया ने कहा, Sushant तो पहले से ही नशे के आदी थे: NCB की चार्जशीट में ​अभिनेत्री ने किया खुलासा, SSR के परिवार पर लगाए गंभीर आरोप 

रिया-महेश भट्ट की व्हाट्सएप चैट हुई लीक, रिया की सच्चाई आ गई सामने, चैट में महेश भट्ट का जवाब हैरान करने वाला

क्या रिया चक्रवर्ती का लिया गया इंटरव्यू स्क्रिप्टेड था? ये है पूरा मामला, इसे यूं समझें

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *