Sputnik: रूस के रक्षा मंत्रालय और गमालया रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित वैक्सीन, 12 अगस्त को पंजीकृत किया जाएगा। यह पंजीकृत होने वाला दुनिया का पहला कोविद टीका है। रूस दुनिया का पहला कोरोना वायरस वैक्सीन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। वहां, इस वैक्सीन के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 12 अगस्त तक पूरी की जा सकती है। रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एडेनोवायरस पर आधारित टीका नेक्स्ट मंथ से आम लोगों के लिए अवेलेबल रहेगा।
कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा हासिल करने के लिए पर्याप्त है
इस वैक्सीन की एक खुराक को उपन्यास कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा हासिल करने के लिए पर्याप्त बताया गया है। हालांकि, दुनिया भर के विशेषज्ञ रूसी टीके Sputnik को जल्दबाजी में लाने के बारे में संदेह व्यक्त कर रहे हैं। हालाँकि, हम इस वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का जवाब लेकर आए हैं।
टीका कैसे काम करता है?
वैक्सीन में उपयोग किए जाने वाले तत्व व उनकी प्रतियां बनाने में सक्षम नहीं हैं। इस टीके से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। यदि वैक्सीन लगाने के बाद किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस के संपर्क में लाया जाता है, तो उस व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा कोरोना वायरस को मिटाया जा सकता है।
यूएसए में 5,044,769 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और 162,938 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राज़ील में 3,035,422 लोग मारे गए हैं जबकि 101,049 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटों में, भारत में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण 54,859 लोग बरामद हुए और 1007 लोगों की मौत हुई।
इसके साथ, देश में संक्रमित कोरोना की कुल संख्या 22,15,074 हो गई है और मृतकों की संख्या 44,386 हो गई है। वहीं 1,535,743 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। रूस कोविद -19 संक्रमित मामलों में चौथे स्थान पर है और इसके संक्रमण से अब तक 885,718 लोग प्रभावित हुए हैं और 14,903 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
बड़ी खबर : 12 अगस्त तक वैक्सीन लांच कर सकता है रूस, भारत को भी मिलेगी जरूरी सप्लाई
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