Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार खतरे में है। वजह ये कि शिवसेना के कद्दावर मंत्री एकनाथ शिंदे विधायकों को लेकर गुजरात के सूरत में बैठ गए हैं। विधायकों में उनके साथ 15 शिवसेना, एक एनसीपी और 14 निर्दलीय विधायक हैं। शिंदे के अलावा 3 मंत्री भी मौजूद हैं। ऐसे में कुल 30 विधायकों का ग्रुप् उनके साथ है। इधर खबर आ रही है कि सभी एमएलए को एयर लिफ्ट कर असम के गुवहाटी ले जाने की तैयारी की जा रही है।
सूत्रों से शिंदे की नाराजगी की वजह भी सामने आई है। दरअसल शिंदे अजीत पंवार से नाराज बताए जा रहे हैं। यही कारण है कि शिवसेना के कुछ विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के आरोपों के बीच मंगलवार का सियासी ड्रामा सामने आया। शिंदे कथित तौर पर पार्टी और सरकार के कामकाज में उपेक्षित होने के बाद शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं। कई मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि शिंदे और उनके साथियों ने फंड अलॉटमेंट में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की ओर से सौतेले व्यवहार की शिकायत भी की थी।
ऐसे बनी महाराष्ट्र क्राइसिस की स्क्रिप्ट
सूरत जाने की पूरी स्क्रिप्ट सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव से दो दिन पहले लिखी गई थी और चुनाव के दौरान बीजेपी के हंगामे के बाद इसे लागू कर दिया गया था। मतगणना के दौरान क्रॉस वोटिंग के शक में भाजपा की ओर से कुछ देर तक हंगामा हुआ, इसके बाद महाविकास अघाड़ी के नेताओं का ध्यान उनकी ओर गया और इसका फायदा उठाकर शिंदे और उनके समर्थक विधायक धीरे-धीरे सूरत के लिए सरक लिए।
इधर बागी शिंदे की नब्ज टटोलने के लिए उद्धव ने मिलिंद नार्वेकर को सूरत भेजा। इस दौरान मिलिंद और शिंदे की करीब एक घंटे मुलाकात चली। सूत्रों के अनुसार मिलिंद ने फोन पर शिंदे और उद्धव की बातचीत भी कराई। लेकिन 20 मिनट चली इस बातचीत में भी बात नहीं बन पाई। बताया जा रहा है कि शिंदे भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने की शर्त पर अड़ गए हैं।
अब इस मुलाकात के बाद अब भाजपा भी एक्शन मोड में आ गई है। भाजपा के अंदरखाने से खबर है कि देवेंद्र फडणवीस आज रात सूरत रवाना हो सकते हैं। वे फिलहाल आलाकमान के पास दिल्ली में हैं। इस बीच महाराष्ट्र सरकार को लेकर सबसे बड़ा इशारा फडणवीस की पत्नी अमृता ने ट्वीट कर दिया है, उन्होंने लिखा – एक ‘था’ कपटी राजा…। ट्वीट में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, पर इसे महाराष्ट्र में बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
शिंदे और फडणवीस की दोस्ती उद्धव को खटक रही थी
शिंदे तब भी मंत्री थे जब महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार थी। इस दौरान तत्कालीन सीएम देवेंद्र फडणवीस के ड्रीम प्रोजेक्ट समृद्धि एक्सप्रेस-वे लाया गया। इस दौरान एकनाथ शिंदे और फडणवीस के बीच मजबूत राजनीतिक दोस्ती हो गई, जो आज भी कायम है।
उद्धव को यह दोस्ती पसंद नहीं आई। इसलिए शिंदे के प्रति उनकी नाराजगी बढ़ती ही जा रही थी। शिवसेना के अन्य नेताओं को भी एकनाथ शिंदे के वरिष्ठ भाजपा नेताओं विशेषकर देवेंद्र फडणवीस के साथ अच्छे संबंध पसंद नहीं आए।
उद्धव शिंदे के माध्यम से भाजपा को घेरना चाह रहे थे
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फडणवीस के समृद्धि एक्सप्रेस में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश कर भाजपा को घेरने के प्रयास कर रहे थे। इसमें शिवसेना एकनाथ शिंदे का इस्तेमाल करना चाहती थी, लेकिन जब फडणवीस फंसे तो शिंदे भी फंसने से डर गए।
क्योंकि जब प्रोजेक्ट शुरू हुआ तो शिंदे अकेले कैबिनेट मंत्री थे। इसके बाद संजय राउत और अनिल परब समेत शिवसेना के कई वरिष्ठ नेता भी शिंदे के खिलाफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शिकायत करने लगे।
Gujarat | Shiv Sena leaders Milind Narvekar and Ravi Pathak leave from Le Meridien hotel in Surat after meeting Shiv Sena leaders who are staying there. pic.twitter.com/NIKlJTuQ8E
— ANI (@ANI) June 21, 2022
सूरत में मौजूद विधायकों को लेकर दो कयास लगाए जा रहे हैं। पहला ये कि सभी को एयरलिफ्ट कर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मिलाया जा सकता है। दूसरा ये कि गुजरात के अहमदाबाद में किसी रिसॉर्ट में ठहराया जा सकता है।
It’s BJP’s pattern to attempt to topple govts in Opposition-ruled states …be it using ED, CBI or any means that can be of help…. by hook or by crook…They are in haste to dismantle govt in Maharashtra, but won’t succeed: Maharastra Minister and Congress leader Nitin Raut pic.twitter.com/4BCrip8ck3
— ANI (@ANI) June 21, 2022
शरद पवार बोले- यह शिवसेना पार्टी का अपना मामला
इन सभी हलचलों के बीच शरद पवार मीडिया के सामने आए। करीब 11 मिनट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उनसे सवाल हुआ कि शिंदे क्या खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो बोले कि उन्होंने ऐसी इच्छा हमसे जाहिर नहीं की। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गिराने की साजिश पहले भी हुई है पर चिंता की बात नहीं… उद्धव सरकार चलती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार का मसला नहीं है, यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है।
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महाराष्ट्र में जो हो रहा है वह पहली बार नहीं हो रहा है, महाराष्ट्र में तीसरी बार सरकार गिराने की साजिश हो रही है। ढाई साल से ऐसी कोशिश की जा रही है। सरकार बिल्कुल सही तरीके से चल रही है। महाराष्ट्र में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार चलती रहेगी।
एनसीपी के चीफ शरद पवार
जो एमएलए एकनाथ शिंदे के साथ हैं उनकी लिस्ट नीचे देखें
गुजरात जाने के बाद शिंदे बोले- हम पक्के शिवसैनिक हैं, धोखा नहीं देने वाले
बगावती तेवर एक्शन के बाद शिवसेना ने शिंदे पर विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। पार्टी के इस एक्शन के बाद शिंदे ने अपने तेवर से इतर अलग रुख दिखाया। उन्होंने ट्वीट किया- हम बालासाहेब के सच्चे शिव सैनिक हैं। बालेसाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। हम सत्ता के लिए कभी भी धोखा नहीं करेंगे।
संजय राउत बोले- ऑपरेशन लोटस सफल नहीं होने देंगे
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया में कहा कि सूरत में 30 विधायक नहीं हैं, शिंदे के साथ कुल 16 या 17 विधायक ही हैं। देर रात एक विधायक होटल से निकला चाहते थे। कुछ और विधायक भी लौटना चाहते हैं, लेकिन गुजरात पुलिस ने विधायकों को बंधक बना रखा है। भाजपा के लोग ऑपरेशन लोटस चला रहे हैं। पर ये सफल नहीं होगा।
महा विकास अघाड़ी सरकार बनने के समय भी बीजेपी की तरफ से ऐसी ही एक कोशिश की गई थी, लेकिन वह एक्सपेरिमेंट सफल नहीं रहा। अब दोबार वैसे ही प्रयास किए जा रहे हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत
जिस विधायक को पीटने का आरोप शिवसेना ने गुजरात पुलिस पर लगाया, उनस अस्पताल में मिले एकनाथ
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने साथी एमएलए नितिन देशमुख से मिलने सूरत सिविल अस्पताल पहुंचे। बताया जा रहा है कि नितिन देशमुख की होटल में तबियत बिगड़ गई थी। उन्हें सूरत सिविल हॉस्पिटल में दाखिल किया गया है। इसी बीच देर शाम एकनाथ शिंदे उनसे मिलने हॉस्पिटल पहुंचे थे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया था कि सूरत पुलिस ने उनके दो विधायकों की पिटाई की है, जिसमें नितिन देशमुख का नाम शामिल है।
सूरत के जिस होटल में विधायक रुके हैं उसके बाहर गुजरात पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। फोटो ः सोशल मीडिया। |
अब तक के सबसे बड़े अपडेट क्या है? (Maharashtra Political Crisis )
1. शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया, अजय चौधरी को दी जिम्मेदारी।
2. शिवसेना के विधायकों ने सेनाभवन के सामने शक्ति प्रदर्शन किया। राज्य के कई हिस्सों से पहुंचे विधायक।
3. भाजपा का कहना है कि एकनाथ शिंदे ने सरकार को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है और न ही हमने ऐसा कोई प्रपोजल उनको दिया है।
4. अजित पवार और उद्धव के बीच बैठक हुई। क्या बातचीत हुई यह अभी कॉन्फिडेंशियल है। बाकि बचे शिवसेना विधायकों को लोअर परेल के रिसॉर्ट में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। कल मंत्रिमंडल की बैठक होगी।
5. इधर कांग्रेस ने कल अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। पार्टी ने कमलनाथ को महाराष्ट्र के लिए ऑब्जर्वर बनाया।
6. कांग्रेस विधायकों की बैठक भी हुई, इसमें दावा किया गया है कि कोई भी विधायक टूट नहीं रहा है। सभी पार्टी के साथ हैं।
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