नेशनल मेडिकल कमिशन ने चीन सहित विदेशी संस्थानों में एमबीबीएस कोर्स करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को सावधान रहने की सलाह दी है। आयोग ने कहा कि छात्र किसी भी संस्थान में प्रवेश के लिए आवेदन करने से पहले चयन जांच कर लें। आयोग के अनुसार, यह केवल ऑनलाइन मोड के माध्यम से संचालित पाठ्यक्रमों को मान्यता या स्वीकृति नहीं देता है।
आयोग ने एक नोटिस जारी करते हुए कहा, “ध्यान रखें कि चीनी सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण सख्त यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं, जबकि नवंबर 2020 से सभी वीजा को भी निलंबित कर दिया है।”
आवेदन करने से पहले गाइडलाइन पढ़ें
कोरोना पाबंदियों के चलते भारतीय छात्रों समेत बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्र अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए चीन नहीं लौट पाए हैं। शीर्ष चिकित्सा निकाय का कहना है कि चीन या अन्य विदेशी संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन करने से पहले विदेशी मेडिकल स्नातक परीक्षा के नियमों को ध्यान से पढ़ें, ताकि किसी भी तरह की परेशानी न हो।
2019 में चीन से 21 हजार छात्रों ने किया MBBS
हर साल भारत से बड़ी संख्या में छात्र चीन या अन्य देशों में पढ़ने जाते हैं। आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 में चीन के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 23,000 से ज्यादा भारतीय छात्रों ने विभिन्न कोर्स में पढ़ाई की है। इनमें से 21,000 से अधिक छात्रों ने एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए नामांकन कराया।
National Medical Commission | Cautions Indian Students | Choosing China To Pursue Medical Education |