देवस्वम का सख्त एक्शन: व्लॉगर जैस्मिन जफर के खिलाफ केस, मंदिर में शुद्धिकरण Read it later

Guruvayur temple reels controversy:  केरल के Thrissur जिले में स्थित प्रसिद्ध Guruvayur temple इस समय सुर्खियों में है। मंदिर प्रशासन यानी देवस्वम ने बड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार को विशेष शुद्धिकरण अनुष्ठान (Purification Rituals) कराया है। वजह है हाल ही में वायरल हुआ विवाद, जब व्लॉगर और पूर्व रियलिटी शो कंटेस्टेंट जैस्मिन जफर (Jasmin Jaffar) ने मंदिर के पवित्र तालाब में अपने पैर धोकर reels video बनाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।

इस घटना को मंदिर प्रशासन ने परंपराओं का उल्लंघन और मंदिर नियमों के गंभीर उल्लंघन के तौर पर लिया। देवस्वम प्रशासक ओ.बी. अरुणकुमार ने जानकारी दी कि 20 अगस्त से अब तक मंदिर में हुए सभी अनुष्ठानों को दोबारा मंगलवार को सम्पन्न कराया जाएगा।

Guruvayur temple देवस्वम और तंत्रियों का निर्णय

मंदिर के tanthri (तंत्रि) और देवस्वम प्रशासन ने बैठक के बाद यह फैसला लिया। उनका मानना है कि मंदिर का तालाब गैर-हिंदुओं (Non-Hindus Entry Ban) के लिए वर्जित है। फिर भी Jasmin Jaffar द्वारा वहाँ reels बनाना धार्मिक नियमों का सीधा उल्लंघन है।
इस कारण परंपरागत Shudheekarana अनुष्ठान आवश्यक समझा गया।

वीडियो रिकॉर्डिंग और reels पर रोक

मंदिर प्रशासन ने बार-बार चेतावनी दी है कि परिसर के भीतर videography और reel making पूरी तरह से प्रतिबंधित है। केवल wedding rituals और marriage-related functions में सीमित रिकॉर्डिंग की अनुमति है। इसके अलावा, Kerala High Court ने भी स्पष्ट निर्देश दिया है कि मंदिर के भीतर या आस-पास reels बनाना प्रतिबंधित है।

पुलिस शिकायत और कानूनी कार्रवाई

देवस्वम प्रशासन ने इस मामले को हलके में नहीं लिया। प्रशासन के अरुण कुमार ने पुलिस में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराते हुए legal action की मांग की है। यह भी सवाल उठाया गया कि क्या Jasmin Jaffar से शुद्धिकरण के खर्च (Ritual Expenses) वसूले जाएंगे। इस पर प्रशासन का स्पष्ट कहना था कि पहले खर्च देवस्वम फंड से दिया जाएगा, बाद में कानूनी प्रक्रिया के तहत लागत वसूलने पर निर्णय होगा।

मंगलवार को भक्तों का प्रवेश हुआ सीमित

शुद्धिकरण अनुष्ठान की वजह से मंगलवार को मंदिर में सामान्य भक्तों की बंंद रही। केवल आवश्यक कर्मकांड और अनुष्ठान ही सम्पन्न हुए। इससे हजारों श्रद्धालुओं को निराशा भी झेलनी पड़ी।

जैस्मिन जफर और सोशल मीडिया विवाद का नाता

Jasmin Jaffar, जो कभी रियेल‍िटी शो कंटेस्‍ट रह चुकी हैं और अब social media influencer & vlogger हैं, पहले भी अपने विवादित वीडियोज के लिए चर्चाओं में रही हैं। लेकिन इस बार मामला सीधे प्रसिद्ध Guruvayur Sree Krishna Temple traditions और धार्मिक विश्वासों से जुड़ा हुआ है।

उनकी बनाए गई Instagram reel ने भक्तों और स्थानीय समाज को गुस्से में ला दिया। कई हिंदू संगठनों ने इसे मंदिर की मर्यादा भंग करने वाला कदम बताया।

देवस्वम का रुख

इस विवाद ने एक बार फिर यह सवाल उठाया कि आधुनिक दौर में social media influencers और उनकी गतिविधियों पर धार्मिक स्थलों में किस तरह नियंत्रण रखा जाए। देवस्वम का कहना है कि मंदिर की परंपराएं सर्वोपरि हैं और आने वाले समय में भी जो कोई नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ strict action लिया जाएगा।

भक्तों की प्रतिक्रिया

इस पूरे विवाद पर भक्त वर्ग और स्थानीय लोग काफी नाराज दिखाई दिए। सामाजिक संगठनों ने कहा कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर यह भी लिखा कि spiritual sanctity बनाए रखने के लिए इस तरह के कदम जरूरी हैं।

धार्मिक परंपरा बनाम आधुनिकता का टकराव

Guruvayur temple reels controversy दरअसल यह दिखाता है कि कैसे परंपरा और आधुनिकता अक्सर आपस में टकरा रही हैं। मंदिर स्थल जैसे पवित्र स्थानों पर Instagram reels, TikTok videos और vlogging जैसी गतिविधियाँ गंभीर परिणाम पैदा कर सकती हैं।

 

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