Rajasthan Election 2023: कांग्रेस ने जहां छत्तीसगढ़ में सभी और मध्यप्रदेश में एक को छोड़कर सभी उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं, वहीं राजस्थान में 200 में से महज 76 उम्मीदवार घोषित किए हैं। कांग्रेस ने भाजपा की मजबूत तीन दर्जन सीटों को लेकर अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 8 और सहयोगी दल आरएलडी के एक मंत्री का टिकट भी रोक रखा है।
दरअसल, राजस्थान में मतदान मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद 25 नवम्बर को होना है। इसके चलते राजस्थान के टिकटों पर फैसला भी इन दोनों राज्यों के बाद ही किया जा रहा है। पार्टी ने पहले दौर की सूचियों में उन उम्मीदवारों को जगह दी है, जहां विवाद नहीं था। 20 मंत्रियों समेत अधिकांश विधायकों के नाम पहली दो सूचियों में सामने आए हैं। झालावाड़, कोटा, पाली, उदयपुर, बूंदी,चित्तौड़गढ जिलों में कई सीटों पर भाजपा लगातार दो या इससे अधिक चुनाव जीती हुई है।
ऐसी अधिकांश सीटों को लेकर कांग्रेस ने फिलहाल पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस इन सीटों को लेकर रणनीति बना रही है। इनमें से कई सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी नेताओं में खासा अंतर्विरोध है।
धारीवाल, जोशी को हरी झंडी नहीं (Rajasthan Election)
कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी के टिकट को पार्टी ने अब तक ग्रीन सिग्नल नहीं मिला। धारीवाल कोटा उत्तर से बेटे अमित धारीवाल को चुनाव लड़ाना चाह रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी धर्मेद्र राठौड़ की उम्मीदवारी को भी अब तक मंजूरी नहीं मिली है। पुष्कर से टिकट घोषित होने के बाद राठौड़ अब अजमेर उत्तर से दावेदारी कर रहे हैं। इन तीनों नेताओं को पिछले साल 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के चलते तात्कालीन प्रदेश प्रभारी अजय माकन की ओर से अनुशासनहीनता का नोटिस दिया गया था। कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में यह मामला उठा भी था। खबर है कि बैठक के दौरान इन बगावती तेवर वाले नेताओं को लेकर नाराज दिखीं थी।
इन मंत्री भी देख रहे टिकट मिलने की राह
गहलोत सरकार में मंत्री जाहिदा खान, सालेह मोहम्मद, हेमाराम चौधरी, रमेश मीणा,लालचंद कटारिया और सुभाष गर्ग के टिकट भी होल्ड पर हैं। (Rajasthan Election) गर्ग आरएलडी से विधायक थे, कांग्रेस ने अभी तक गठबंधन पर फैसला नहीं किया है। वहीं जाहिदा का खासा विरोध देखने को मिल रहा है। सालेह मोहम्मद का टिकट जैसलमेर सीट के उम्मीदवार के साथ होगा। रमेश मीणा की सीट सपोटरा पर युवा नेता की दावेदारी से उम्मीदवार के नाम की घोषणा फिलहाल अटकी चुकी है। जबकि अंदरखाने से खबर आ रही है कि हेमाराम और कटारिया चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं।
ये दो एमएलए नहीं लड़ना चाहते चुनाव
कोटा जिले के सांगोद से विधायक भरत सिंह पार्टी को लिखकर दे चुके हैं कि वो 2023 का चुनाव नहीं लड़ेंगे। (Rajasthan Election) जबकि श्री माधोपुर से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत उनकी जगह बेटे बालेंदु को चुनाव लड़वाना चाहते हैं।
स्ट्रेटेजी में कुछ सीटें होल्ड पर
नागौर, बूंदी, पीपल्दा समेत कुछ अन्य सीटों को रणनीति के तहत होल्ड पर रखा गया है। कांग्रेस को इनमें से कुछ सीटों पर भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को चुनाव लड़वाना पड़ सकता है।
छत्तीसगढ़ में 22 विधायको के टिकट काटे
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार रिपीट कराने की कोशिश में है। इसके लिए पार्टी ने 71 में से तीस फीसदी यानी 22 वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिए हैं। यहां पार्टी सभी 90 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
एमपी में करना पड़ रहा विरोध का सामना
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सभी सीटों पर उम्मीदवार तय कर चुकी है। एक सीट को छोड़कर शेष 229 उम्मीदवारों के नाम घोषित हो चुके हैं। यहां की करीब एक दर्जन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का विरोध हो रहा है। पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुटी है।
ये भी पढ़ें –
Rajasthan Election 2023:देखें किस प्रत्याशी का किससे मुकाबला, राजस्थान-कांग्रेस के 33, भाजपा के 83 प्रत्याशियों की सूची जारी
Like and Follow us on :
Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin