Vaisakh Maas Me Surya Puja: चिरायु और पुण्य के लिए उगते हुए सूरज को अर्घ्य दें Read it later

Vaisakh Maas me surya puja : वैशाख मास की 24 अप्रैल से शुरूआत हो चुकी है। यह मास 23 मई तक चलेगा। इस माह में सूर्य पूजा को विशेष महत्व दिया गया है। वैसे तो 12 मास हमेशा उगते सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए, लेकिन शास्त्रों की मानें तो खास तौर पर वैशाख महीने में प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके उगते सूर्य को जल अर्पित करने की परंपरा है। ऐसा करने से जातक की आयु बढ़ती है और हर तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है। उगते सूर्य को अर्घ्य देने से आंखों की रोशनी वृद्ध‍ि और चित्त शांत रहता है। वहीं इंसान का आलस्य खत्म होने लगता है।
इसका ज्योतिषीय कारण भी है। दरअसल वैशाख मास में सूर्य मेष राशि यानी अपनी उच्च राशि में होता है। इस स्थिति में सूर्य की पूजा करने से इंसान को रोगों से मुक्ति मिलती है और हर तरह की परेशानियां भी दूर होने लगती हैं। वैशाख महीने में प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने से जाने-अनजाने में किए गए पापों का नाश हो जाता है। यदि आप पूरे मास ऐसा नहीं कर पाते हैं तो इस माह के हर रविवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और उगते सूर्य नारायण को अर्घ्य दें।

अर्घ्य और मंत्र जाप (Vaisakh Maas me surya puja)

भविष्य पुराण में बताया गया है कि सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें चावल यानी अक्षत और लाल पुष्‍प डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। जल चढ़ाते समय ॐ सूर्याय नमः, ओम घृणि‍ सूर्याय नम:, ओम आदित्‍याय नम:, ओम दिवाकराय नम: ओम भास्‍कराय नम: मंत्रों का जाप करें।

जातक को अर्घ्य देते समय मंत्रों का जाप करते हुए अपने लिए और सृष्टि पर मौजूद हर प्राणी के लिए बल, बुद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करनी चाहिए। इसके बाद भगवान सूर्य नारायण को धूप और दीप दिखा कर नमन करना चाहिए।

वैशाख में सूर्य से जुड़ी वस्‍तुओं का दान अवश्‍यक करें (Vaisakh Maas me surya puja)

वैशाख मास से सूर्य से जुड़ी वस्‍तुओं जैसे तांबे के बर्तन, लाल कपड़े, गेहूं, गुड़, मसूर की दाल या लाल चंदन का दान करना चाहिए। इनमें से कोई भी चीज अपनी श्रद्धा के अनुसार आप दान कर सकते हैं।

वहीं रविवार को बिना नमक का भोजन करें। दोपहर में जल का दान अवश्य करें, यानी किसी बर्तन में जल भरकर दान करना चाहिए। वहीं रविवार के दिन जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने और पानी पिलाने से स्‍वर्ण दान करने से भी अधिक पुण्य की प्राप्‍त‍ि होती है।

 

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