पीरियड्स का टैबू : कई देशों में इससे जुड़ी हैरान करने वाली प्रथाएं, कहीं पिया जाता है खून तो कहीं पहले पीरियड में होती लड़की की पूजा Read it later

Wrenching : किचन में इन दिनों नहीं जाना चाहिए…  अचार को हाथ नहीं लगाना चाहिए…. मंदिर से दूर रहो। इस तरह की सोच आज भी भारत और दुनिया के अन्य देश के क्षेत्रों में लड़कियों को अपने पीरियड्स के दौरान सुननी पड़ जाती हैं। कई बार ये सामाजिक बंदिशें हद से आगे बढ़ते हुए (Wrenching) ऐसा रूप ले लेती हैं, जिसे जानकर भी हमें खुद के  पढ़े-लिखे होने पर शक होने लगता है।

कहा जा सकता है कि पीरियड्स इतना बड़ा टैबू  (period stigma and taboos) बना हुआ है कि आज भी इस दौरान करीब 53 प्रतिशत महिलाओं को धार्मिक गतिविधियों से दूर ही रखा जाता है। फिर चाहे हमें आधुनिकता की कितनी ही दुहाई दें।

 

पीरियड्स को लेकर कई बंदिशें (Wrenching)
फोटो: सोशल मीडिया

 

पीरियड्स को लेकर कई बंदिशें

पीरियड्स को लेकर सोसायटी में कई तरह की पारंपरिक सोच या प्रथाओं के अलावा बंदिशें (Wrenching) भी काफी हैं। आज भी  कई राज्यों के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं व युवतियों को पीरियड्स के दौरान  मंदिरों  जाने से रोका जाता है‚ वहीं पूजा पाठ के लिए भी मना कर दिया जाता है।

 

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कुछ रीति-रिवाज तो  चौंकाने वाले (Wrenching) भी है। कर्नाटक में तो पहली बार लड़की के पीरियड्स शुरू होने पर उसे दुल्हन की तरह सजा संवारा जाता है। इसके बाद क्षेत्र की सभी महिलाएं, लड़की की आरती उतारने और आशीर्वाद लेने पहुंचती हैं। ऐसी प्रथा आंध्र प्रदेश और केरला जैसे राज्यों में भी आम है।

 

पीरियड्स का टैबू (Wrenching)
फोटो: सोशल मीडिया

 

इसी तरह पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में पहली बार मासिकधर्म आने पर वहां त्योहार की तरह जश्न मनाने की परंपरा है। इस दौरान पहले पीरियड के खून को दूध (Wrenching) और नारियल के तेल में मिलाकर पिया जाता है।

 

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माना जाता है कि इस रक्त को पीने से ताकत आती है। (Wrenching) इन मामलों में महाराष्ट्र जैसे राज्य भी पीछे नहीं, यहां आदिवासी जिलों की महिलाओं व युवतियों को पीरियड्स में गांव के बॉर्डर से दूर जंगल के पास झोपड़ी में रहने को मजबूर होना पड़ता हैं।

 

पीरियड्स से जुड़े कई मिथक (Wrenching)
फोटो: सोशल मीडिया

 

पीरियड्स से जुड़े कई मिथक

 

यूके/यूएसए- सब्जियां छूने पर खराब हो जाएंगी।

 

इज़राइल- पहले मासिकधर्म में लड़की के चेहरे थप्पड़ मारने से उसके गाल सुंदर और लाल होंगे।

 

पोलैंड- इस दौरान सेक्स पर पाबंदी, क्योंकि इससे पार्टनर की जान जा सकती है। 

 

रोमानिया- छूने पर फूल मुरझा जाएंगे।

 

मलेशिया- बिना धुले पैड फेंकने से भूतप्रेत आकर्षित होते हैं। 

 

अर्जेंटीना-  उन दिनों में व्हीप्ड क्रीम यानि की फेटी हुई मलाई नहीं बना सकते, यह फट जाती है।

 

फिलीपींस- साफ त्वचा के लिए अपने फेस को पहले मासिकधर्म के खून से धोएं।

 

इटली- इस दौरान महिलाएं  जो कुछ भी पकाएंगी वो खराब हो जाएगा। पौधों को छूने से खराब होंगे।

 

फ्रांस- मेयोनीज फट जाती है। वहीं शराब सिरका बन जाती है। 

 

जापान- आप सुशी नहीं बना सकते।

 

भूटान- नन्स इसे एक अभिशाप (Wrenching) मानती हैं, उनके अनुसार बुरी आत्माएं इस दौरान आसपास होती हैं। 

 

युगांडा- गाय का दूध पीने से झुंड में अशुद्धता आ जाती है। 

 

अफगानिस्तान- मांस, चावल, सब्जियां, खट्टा खाना, ठंडा पानी ​पीना मना। मासिकधर्म में नहाना और गीली जगह पर बैठना को भी सख्त मना किया जाता है।

 

मलावी- पीरियड्स से गुजर रही लड़की के पीछे चलने से दांत गिर जाएंगे।

 

डोमिनिकन रिपब्लिक – नींबू पानी न पिएं।

 

साउथ अफ्रीका- शेर आपको सूंघ सकते हैं।

 

पापुआ न्यू गिनी -पीरियड्स का खून छूने से दिमाग आलसी हो जाता है। 

 

प्राचीन रोम- इस दौरान कंसीव होने का मतलब बच्चे का राक्षस होना माना जाता है। 

 

आखिर पीरियड से जुड़े मिथक की क्या है सच्चाई? (Wrenching)
फोटो: सोशल मीडिया

 

पीरि‍यड्स को लेकर  भारत में यौवन समारोह

कुछ दक्षिण भारतीय समुदायों में, लड़की के पहले मासिक धर्म का स्वागत ऋतुशुद्धि या ऋतु कला संस्कार या आधी साड़ी समारोह नामक एक समारोह के माध्यम से किया जाता है। लड़की उपहार प्राप्त करती है और लंगा वोनी नामक एक पारंपरिक पोशाक पहनती है जो एक स्कर्ट और साड़ी पोशाक है, जिसे आधी साड़ी भी कहा जाता है।

यह समारोह उन लड़कियों के परिवर्तन का प्रतीक है जो युवावस्था में पहुंच गई हैं और अब परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने के लिए पर्याप्त परिपक्व हैं।3 हालांकि, भारत के अन्य हिस्सों में अभी भी पीरियड्स को लेकर शर्म और कलंक है।

 

आखिर पीरियड से जुड़े मिथक की क्या है सच्चाई?

क्या सचमुच में महिलाएं पीरियड्स के दौरान अशुद्ध होती हैं। वरिष्ठ गायनोकॉलोजिस्ट डॉ. पूजा अग्रवाल बताती हैं कि इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ये बात सच है कि पीरियड्स में निकलने वाला खून नसों में बहने वाले खून से अलग होता है, लेकिन ये (Wrenching) गंदा नहीं होता।

शरीर के लिए बिना काम का होने के चलते ये ओवरी में जमा हो जाता है और फिर ये खून पीरियड्स के दौरान बाहर निकलता है। इसी तरह सत्य ये है कि अचार केवल गीले हाथों से छूने पर खराब होता है, जोकि किसी के साथ से भी हो सकता है। ऐसा ही घी जैसी चीजों के साथ भी है। इसे पीरियड्स से जोड़कर टैबू या रहस्यमयी सब्जेक्ट बनाया गया है।

 

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