Neo Bank: कोई डॉक्यूमेंट्स नहीं, मिनटों में लोन और लेन-देन शुरू, जानिए क्‍यों है फायदे का सौदा Read it later

Neo Bank: नियो बैंक सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती जा रही है और अब यह परंपरागत बैंकों को कड़ी टक्कर दे रहा है। आजकल नई पीढ़ी के ग्राहक बिना बैंक जाए ही अपना काम निपटाना चाहते हैं, उनके लिए नियो बैंक एक बेहतर विकल्प बनकर उभरा है। वर्तमान में ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध नियो बैंक को आरबीआई से लाइसेंस प्राप्त नहीं है, लेकिन जिस तरीके से नियो बैंक अपने पांव पसार रहा है और जिस तरह से इसकी सुविधाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसे में इस बात की संभावना है कि आने वाले समय में आरबीआइ की ओर से इन्हें लाइसेंस भी मिल जाए। खास बात यह भी है कि यदि आप नियो बैंक (Neo Bank) का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको अपने पास नकदी रखने की भी जरूरत नहीं है।

क्या है नियो बैंक (Neo Bank)

नियो बैंक, ऐसे बैंक हैं जिनकी कोई फिजिकल ब्रांच नहीं होती, कोई पासबुक नहीं होती और इनका सारा काम डिजिटल तरीके से होता है। इसलिए यह बैंकिंग सिस्टम युवाओं के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है। फिनटेक कंपनियां पारंपरिक बैंकों के साथ मेलजोल से नियो बैंकिंग सिस्टम चलाती हैं। इसमें हर काम एप के जरिए होता है।

नियो बैंक अकाउंट के फायदे

नियो बैंक (Neo Bank) खास तरह के ग्राहकों पर फोकस करता हैं। इनमें डिजिटल बैंकिंग पसंद करने वाले लोग, एसएमई और कम सैलरी वाले लोग शामिल होते हैं। चूंकि, नियो बैंक की कोई ब्रांच नहीं होती, इसलिए इनकी सेवाएं परंपरागत बैंकों के मुकाबले सस्ती होती हैं। नियो बैंक का कामकाज पूरी तरह टेक्नोलॉजी पर आधारित है।

नियो बैंक का कस्टमर बेस

नियो बैंक के ज्यादातर कस्टमर युवा वर्ग के हैं और इनका कस्टमर बेस पिछले कुछ समय से तेजी से लगातार बढ़ रहा है। नियो बैंक के 70 फीसदी ग्राहक 35 वर्ष से कम उम्र के हैं। भारत में 27 नियो बैंक प्रतिदिन 5 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं देते हैं। युवाओं में नियो बैंक (Neo Bank) की लोकप्रियता का मुख्य कारण इनका डिजिटल होना है। बैंक अकाउंट खोलने में किसी भी तरह के पेपर डाक्यूमेंट्स नहीं देने होते, कोई पेपर वर्क नहीं होता। किसी भी समय और स्थान से अकाउंट खोला जा सकता है और मिनटों में ही लेनदेन की प्रक्रिया की जा सकती है। इस कारण इधर रुझान बढा है।

कैसे काम करता है नियो बैंक

नियो बैंक के पास अपना कोई बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता, इसलिए नियो बैंक किसी कमर्शियल बैंक से जुड़कर ही काम करता है और उसी बैंक के माध्यम से उसका लेनदेन होता है। यह बैंक कस्टमर को जरूरत के अनुसार सर्विस देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है। यहां डिजिटलाइज मनी ट्रांसफर और लोन की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध होती है और कमर्शियल बैंकों की तुलना में इन की फीस बहुत कम होती है। प्रत्येक कमर्शियल बैंक नियो बैंक (Neo Bank) के साथ लेनदेन के लिए एक परसेंट चार्ज करता है। एसबीआई, एचडीएफसी, पीएनबी, आइसीआइसीआई, कोटक महिंद्रा बैंक, आरबीएल बैंक, यस बैंक जैसे बड़े बैंक भी नियो बैंक के साथ मिलकर ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।

नियो बैंक खास तरह के ग्राहकों पर फोकस करता हैं। इनमें डिजिटल बैंकिंग पसंद करने वाले लोग, एसएमई और कम सैलरी वाले लोग शामिल होते हैं। चूंकि, नियो बैंक की कोई ब्रांच नहीं होती, इसलिए इनकी सेवाएं परंपरागत बैंकों के मुकाबले सस्ती होती हैं। नियो बैंक का कामकाज पूरी तरह टेक्नोलॉजी पर आधारित है।

 

Neo Bank
image | social media

कहीं भी भुगतान

अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड के लिए अपग्रेड का अनुरोध और अनुरोध सबमिट करने की जरूरत होती है। लेकिन, नियो बैंक (Neo Bank) धारक वर्तमान रेग्यूलेटरी प्राइस के साथ अपने कार्ड का उपयोग कर सकता है।

तत्काल लेनदेन की सुविधा

नियो बैंक तत्काल लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है और लेनदेन का विवरण तुरंत अपडेट करता है, भुगतान या लेनदेन के बारे में जानने के लिए कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं है।

अतिरिक्त ब्याज नहीं देना होता

इनका संचालन पारंपरिक बैंक के साथ मिलकर होता है। इसलिए, जो ब्याज आम बैंक लेते हैं, वही नियम नियो बैंक्स (Neo Bank) पर भी लागू होते है। यह आरबीआइ की निगरानी में हैं इसलिए सुरक्षित भी होते हैं।

बैंकिंग कॉस्ट कम

नियो बैंकिंग में कॉस्ट ऑफ सर्विसिंग काफी कम है। सारे काम डिजिटली होने के कारण मैन पावर की जरूरत नहीं रहती। इसके अलावा आपको बैंक जाने की जरूरत भी नहीं रहती, इससे समय भी बचता है।

नियो बैंक के लाभ

कम लागत: कम नियम और क्रेडिट जोखिम की अनुपस्थिति नियो बैंक (Neo Bank) को अपनी लागत कम रखने की अनुमति देती है। बिना मासिक रखरखाव शुल्क वाले उत्पाद आमतौर पर सस्ते होते हैं।

सुविधा: ये बैंक ग्राहकों को एक ऐप के माध्यम से अधिकांश (यदि सभी नहीं तो) बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं।

गति: नियोबैंक ग्राहकों को त्वरित खाता खोलने और अनुरोधों को तेजी से संसाधित करने की अनुमति देता है। वे ऋण, ऋण मूल्यांकन के लिए नवीन रणनीतियों की पेशकश करते हैं जो समय लेने वाली आवेदन प्रक्रियाओं को सीमित करते हैं।

पारदर्शिता: नियोबैंक पारदर्शी है और ग्राहकों पर लगाए गए किसी भी शुल्क और जुर्माने की वास्तविक समय पर सूचनाएं और स्पष्टीकरण प्रदान करने का प्रयास करता है।

गहन अंतर्दृष्टि: अधिकांश नियोबैंक अत्यधिक उन्नत इंटरफ़ेस के साथ डैशबोर्ड समाधान प्रदान करते हैं और भुगतान, देय और प्राप्य, बैंक स्टेटमेंट जैसी सेवाएं अधिक सुलभ तरीके से प्रदान करते हैं।

डिजिटल बैंक और नियो बैंक के बीच अंतर

डिजिटल बैंक और नियो बैंक (Neo Bank) बिल्कुल एक जैसे नहीं हैं, भले ही पहली नज़र में वे डिजिटल ऑपरेटिंग मॉडल पर जोर देने पर आधारित प्रतीत हो सकते हैं। जबकि शब्दों का उपयोग कभी-कभी एक दूसरे के स्थान पर किया जाता है, एक डिजिटल बैंक अक्सर बैंकिंग क्षेत्र में एक स्थापित और विनियमित विंडो-आधारित ऑनलाइन कंपनी होती है, दूसरी ओर, एक नियो बैंक, (Neo Bank) बिना किसी भौतिक शाखा के, स्वतंत्र रूप से या पारंपरिक साझेदारी में पूरी तरह से ऑनलाइन संचालित होता है।

आगे क्‍या होगा नियो बैंकिंग में

नियो बैंकिंग (Neo Bank) वित्तीय समावेशन की चुनौतियों का समाधान करने और बैंकिंग सेवाओं को अन्य वित्तीय सेवाओं के साथ जोड़ने के लिए किए गए उपायों का विस्तार करने में मदद कर सकती है, उदाहरण के लिए आप्रवासियों के लिए बैंक खाते खोलने जैसी सेवाएं, पहचान के पारंपरिक दस्तावेज़ीकरण के आधार पर नई बैंकिंग सेवाएं बनाना। ऑनबोर्डिंग प्रक्रियाओं के माध्यम से सुविधा प्रदान करना। प्रारंभ में छोटे लक्ष्यों के साथ, नियोबैंक समय के साथ अधिक कार्यक्षमताओं और सेवाओं को जोड़कर विस्तार कर सकता है।

हालांकि डिजिटल और नियो बैंक (Neo Bank) रफ्तार पकड़ रहे हैं, लेकिन अधिकांश ने अभी भी निरंतर लाभप्रदता प्रदर्शित नहीं की है। इसके बावजूद, उनके लिए बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं को बाधित करने की काफी संभावना है। पारंपरिक बैंकों को खुद को अधिक लाभदायक संस्थानों में बदलना होगा और आधुनिक तकनीक में निवेश करके ग्राहकों को निर्बाध और तेज ग्राहक सेवा प्रदान करने के लिए पुन: तकनीकी प्रक्रियाओं को अपनाना होगा।

 

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