कर्ते-परवान गुरुद्वारे में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 6 बजे एक भीषण ब्लास्ट हुआ। फोटो: AFP |
अफगानिस्तान (Afghanistan) की कैपिटल काबुल में शनिवार को सिख गुरुद्वारे (Sikh Riot) कर्ते-परवान(Kart-e-Parwan) में कई (Communal Violence) विस्फोट और गोलीबारी हुई। धमाका काबुल के कर्ते-परवान क्षेत्र में हुआ बतया जा रहा है। लोकल न्यूज के हवाले से कई विस्फोटों के बाद के वीडियो के साथ ट्वीट किए गए हैं।
इस इलाके से गोलाबारी की भी खबर समाने आ रही है। हमले में गार्ड समेत दो अफगानी नागरिक मारे गए हैं। वहीं तीन तालिबानी सैनिक भी घायल हुए हैं। अशंका जताई जा रही है कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल (ISIS-K) का हाथ है। हालांकि, अभी तक किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इधर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुद्वारा कर्ते-परवान पर हुए हमले की निंदा कर कहा कि हमारे सिख समाज की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
तालिबान सरकार में आंतरिक मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन अब्दुल नफी ताकोर(Abdul Nafi Takor) ने इस अटैक की पुष्टि की है। Photo | Twitter |
विदेश मंत्रालय ने tweet कर कहा, हम संपर्क में हैं
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के स्पोकपर्सन ने tweet के कर कहा, “हम उस शहर में एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले के बारे में काबुल से मिली रिपोर्टों से बेहद परेशान हैं। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी बनाए हुए हैं और आगे की घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी ले रहे हैं।”
अफगानिस्तान तालिबान सरकार में आंतरिक मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन अब्दुल नफी ताकोर(Abdul Nafi Takor) ने इस अटैक की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने इसे लेकर ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है। हमला किसने और क्यों किया, इसकी जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली है।
Terrifying visuals from #Gurdwara #KarteParwan in #Kabul, #Afghanistan which was attacked by terrorists early morning today.
Multiple blasts reported at Gurdwara Sahib premises.
Praying for peace and safety for all in #GurdwaraSahib. pic.twitter.com/FxQzp7drsL— Abhayjit singh(अभयजीत सिंह) (@abhayjitsandhu) June 18, 2022
जहां हमला हुआ वहां ISI सक्रिय
खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट के नाम से कूख्यात आतंकवादी ग्रुप ने बीते दिनों अब तक देशभर की मस्जिदों और अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों की जिम्मेवारी ली है। कर्ते-परवान गुरुद्वारे में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 6 बजे एक भीषण ब्लास्ट हुआ। इसके करीब 30 मिनट बाद दूसरा ब्लास्ट हुआ।
गुरुद्वारा दशमेश पिता साहिबजी कर्ते परवान में दिखा उठता धुआं
स्थानीय लोगों सबसे पहले इस घटना के चश्मदीद बने। गुरुद्वारे से 3 लोग बाहर आने में सफल रहे, जिनमें इनमें 2 घायल थे। इन्हें अस्पताल भेजा गया है। ताजा अपडेट के अनुसार सिख संगत के 7 से 8 लोग और दो हमलावर अभी भी गुरुद्वारे के अंदर बताए जा रहे हैं। गुरुद्वारा दशमेश पिता साहिबजी कर्ते परवान में केवल आग और धुआं नजर आया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरुद्वारे के मुख्य दरबार हॉल तक भी आग के फैलने की खबर मिली रही है।
अशंका जताई जा रही है कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल (ISIS-K) का हाथ है। Photo | Twitter |
फिलहाल, घटनास्थल को सील कर दिया गया है। चीनी मीडिया ने एक चश्मदीद के बयान का हवाले से कहा है कि सुरक्षा बलों ने एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी क हुई है। ब्लास्ट के बाद आसमान में धुएं का गुबार छाया गया। लोग दहशत में भागने लगे। सुरक्षा बलों ने यहां कई वार्निंग फायर भी दागे हैं।
#KABULBLAST UPDATE:
Worried Members of the Sikh / Hindu community in #Kabul after the entire premises of Gurdwara Dashmesh Pita Sahib Ji , #KarteParwan , 11th District , #Kabul is set on fire between cross battle security forces with militants.@MEAIndia @PMOIndia @HMOIndia pic.twitter.com/BvOYDCbtuL
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ رویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) June 18, 2022
तालिबान शासित देश में सिर्फ 140 सिख बचे
सिख कम्यूनिटी के आला नेताओं का अंदाजा है कि तालिबान शासित देश में महज 140 सिख रह गए हैं, इनमें से ज्यादातर पूर्वी शहर जलालाबाद और राजधानी काबुल में हैं। मार्च 2020 में, कम से कम 25 जत्थेदार (worshippers) मारे गए थे और 8 अन्य घायल हो गए थे।
बताया जा रहा है कि जब भारी हथियारों से लैस आत्मघाती हमलावर( suicide bomber) ने काबुल के सेंटर में स्थित एक प्रमुख गुरुद्वारे पर हमला किया था। यह देश में अल्पसंख्यक सिख समुदाय पर सबसे घातक हमलों में से एक था। शोर बाजार इलाके में हुए इस अटैक की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट आतंकी ग्रुप ने ली थी।
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