New Year 2023: इस राजसी योग में होगा साल 2023 का आगाज‚ जानें क्यों है आपके लिए खास Read it later

New Year 2023: आने वाले नए वर्ष 2023 के स्वागत को लेकर हर कोई उत्सुक है। सभी अपने स्तर पर इसके स्वागत की तैयारियां कर रहे हैं। वहीं ज्योतिष के हिसाब से  साल का पहला दिन सभी के लिए बेहद विशेष रहने वाला है।  वजह ये कि इस दिन एक नहीं बल्कि कई शुभ संयोग बनेंगे। काशी को ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम शर्मा बताते हैं कि इस बार वैश्विक नव वर्ष 2023 की शुरुआत रविवार से होने जा रही है। रविवार भगवान सूर्य का दिवस है। ऐसे में साल का पहले दिन के साथ पूरा साल सभी के लिए खास होगा। आइए आपको बताते हैं कि इस कौनसे शुभ संयोग बनने जा रहे हैं।

 

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2023 की शुरुआ इस शुभ संयाेग में होगी

ज्योतिषाचार्य  पुरुषोत्तम शर्मा कहते हैं  1 जनवरी 2023  रविवार के दिन अश्विनी नक्षत्र दोपहर 12 बजकर 38 मिनट तक रहने वाला है। रविवार को अश्विनी नक्षत्र होने से इस दिन आनंद नाम का शुभ संयोग बनेगा। जो सभी जातकाें व प्रकृति के लिए खास होगा। वहीं इस दिन सुबह 07 बजकर 24 मिनट तक शिव संयोग बनेगा। इसके बाद सिद्ध नाम का शुभ संयोग दिनभर रहेगा। ऐसे में साल के पहले दिवस पर 3 शुभ संयोग बनना ज्योतिष नजरिए से शुभ संकेत है। इस दिन के अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक रहने वाला है।

 

2023 साल के पहले दिन ये करें‚ सालभर मिलेगा फल

रविवार से साल 2023 के पहले दिन की शुरुआत हो रही है।  रविवार सूर्यदेव का दिन है‚ सूर्यदेव ग्रहों के राजा हैं और सूर्य पंचदेवों में से भी एक माने जाते हैं। किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए भी इस दिन को शुभ माना गया है। सूर्य देव की पूजा से समाज में मान-सम्मान में वृद्धि होती है। वहीं हर तरह की परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। इसी तरह एक जनवरी 2023 की सुबह सूर्य भगवान को आनंद और शिव संयोग में अर्घ्य देने से सालभर इसका शुभ फल जातकों को मिलता रहेगा।

 

ग्रहों के इस संयोग से बनेगा राजयोग

साल 2022 के अंतिम दिवस यानी कि 31 दिसंबर की शाम को बुध ग्रह वक्री अवस्था में धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं। वहीं सूर्य इस राशि में पहले से विराजमान हैं। इस तरह धनु राशि में बुध और सूर्य की युति होगी। बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य शुभ संयोग बनेगा‚ इसे राजयोग भी कहा जाता है। साल 2023 की शुरुआत इसी राजयोग में हो रही है।

 

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री हिंदू कर्मकांड और मान्यताओं पर आधारित हैं‚  थम्सअप भारत इनसे मिलने वाले प्रभावों की पुष्टि नहीं करता है। पाठकों को अपने ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है )

 

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