Healthy Life and Me: हैल्थ व्यापक शब्द है। अक्सर कुछ लोग अपने आप को हैल्दी कहते है पर वे होते नहीं हैं। (How to live healthy life) कुछ लोग, जो थोड़ा बीमार होते हैं वे भी तुलनात्मक रूप से ज्यादा हैल्दी हो सकते हैं। हैल्थ इंग्लिश के एक पुराने शब्द हेल से बना है जिसका अर्थ है संपूर्णता, पूरा होना या अच्छा होना। हैल्थ ऐसी अवस्था है जिसमें मनुष्य शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक सभी तरह से अच्छा हो, केवल किसी बीमारी से ग्रस्त न होने का मतलब हैल्दी होना नहीं माना जाता। हैल्थ को समग्र तौर पर देखा जाए तो इंसान का केवल स्वस्थ दिखना ही नहीं, स्वस्थ महसूस करना भी जरूरी है। एक अच्छा स्वास्थ्य किसी सुपर माार्केट स्टोर में नहीं मिलता। अच्छा स्वास्थ्य हमें स्वयं न सिर्फ बनाना होता है , बल्कि उसे संभालना भी होता है। यह कोई कठिन काम भी नहीं है।
शारीरिक स्वास्थ्य, जिसका अर्थ है कि शरीर के सभी अंग सही सलामत हों एवं सुचारु रूप से अपना कार्य करें।
मानसिक स्वास्थ्य, जो किसी बात को सोचने, समझने, महसूस करने, याद रखने और निर्णय लेने में सक्षम हो।
इमोशनल या भावनात्मक स्वास्थ्य, जो किसी भी शारीरिक या दिमागी प्रोत्साहन के फलस्वरूप होने वाली हमारी प्रतिक्रिया है। ऐसा नहीं हो सकता कि किसी का दिमाग स्वस्थ हो एवं शरीर बीमार या शरीर स्वस्थ एवं दिमाग बीमार हो। हैल्थ के ये तीनों पहलू अलग-अलग न होकर स्वास्थ्य को एक सम्पूर्ण अर्थ प्रदान करते हैं।
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अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। इसके लिए कुछ नियम अपनाएं – (What is importance of healthy lifestyle)
1. सोने का समय फिक्स हो। नियत समय पर सोने से नींद अच्छी आती है। सोने के पहले किसी तरह का नशा नहीं करें। क्योंकि नशे से आपकी नींद का चक्र बाधित हो जाता है। कमरे का तापमान नॉर्मल होना चाहिए। तापमान 17 से 24 डिग्री के बीच होना अच्छा है।
2. दिन में सोने की आदत नहीं रखनी चाहिए। इससे आपको रात के समय नींद नहीं आएगी। रात को बार-बार घड़ी नहीं देखनी चाहिए। ऐसा करने से भी नींद नहीं आती है।
3. सोने से कम से कम 1-2 घंटे पहले खाना खा लेना चाहिए। रात का भोजन हल्का खाना चाहिए। हैवी डाइट नहीं लेनी चाहिए। सोने के 1-2 घंटे पहले रिलेक्सिंग म्यूजिक जरूर सुनना चाहिए। इससे भी नींद अच्छी आती है। दिमाग शांत रहता है।
4. सोने से एक घंटे पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बंद कर देना चाहिए। अगर कभी नींद नहीं आ रही है तो टेबल-कुर्सी पर बैठकर पढ़ाई करना चाहिए। कुछ लिखे-पढ़े। ऐसा करने से जल्दी नींद आएगी।
सात्विक आहार
समदोष: समाग्निश्च समधातु मलक्रिया:।
प्रसन्नात्मेन्द्रियमना: स्वस्थ: इत्यभिधीयते ॥
मनुष्य शरीर के तीन आधार स्तम्भ हैं। आहार, स्वप्न और ब्रह्मचर्य। जैसा आप अन्न खाएंगे वैसा ही मन स्वस्थ व अस्वस्थ रहेगा। आहार तीन प्रकार का होता है। सात्विक, तामसिक और राजसिक। सात्विक आहार पाचन को बढ़ाता है। यह कल्याण का प्रतीक है। राजसिक भोजन तनाव-क्रोध को बढ़ाता है। तामसिक भोजन आलस्य और सुस्ती का संयोजक है।
विरूद्ध आहार – दही के साथ खीर, दूध, पनीर, खरबूजा के साथ मूली, घी के साथ ठंडा दूध, शहद और घी, समान मात्रा में एक तरह से विषाक्त हो जाता है। ककड़ी और खीरा, चावल के साथ दाल, छोले, राजमा न खाएं। मूली के साथ गुड़ हानि करता है।
आहार के कुछ नियम – आहार देश, काल व ऋतु के अनुकूल होना चाहिए। भोजन ताजा बना होना चाहिए। भोजन की मात्रा उचित होनी चाहिए। ठूंस-ठूंस कर भोजन करना पेट व शरीर का संतुलन बिगाड़ देता है। नियत समय पर भोजन करना चाहिए।
वर्जिश (What are the 10 healthy tips?)
हमारे शरीर में छह मूवमेंट पैटर्न होते हैं जिसमें शरीर को खींचना, धक्का देना या स्क्वाट शामिल हैं। इससे पैर मजबूत होते हैं। इसके साथ ही लंजेज कर सकते हैं। पांचवें मूवमेंट पैटर्न में हिंज कर सकते हैं। छठा मूवमेंट पैटर्न में कैरी करना है जैसे कि किसी सामान को एक जगह से दूसरे जगह ले जाते हैं।
बच्चों को लिए : बच्चों को ऐसे व्यायाम करने चाहिए, जिससे उनके पूरे शरीर में स्फूर्ति आए। पुशअप, पुलअप, स्क्वाट्स, लंजेज, गुड मॉर्निंग एक्साइज बॉडी वेट के साथ, किसी भी सामान को लेकर कैरी करना आदि।
वयस्कों के लिए : डंबल चेस्ट प्रेस करने से सीने और कंधे की मांसपेशियां विकसित होती हैं। सीटेड केबल रो बैक मसल्स और अपर बाइसेप्स पर एक साथ काम करती है। लेग प्रेस व्यायाम पैरों को ताकत देता है। रिवर्स लंज से मांसपेशियों को ऊर्जा मिलती है। डेडलिफ्ट और फामर्स कैरी पैरों का व्यायाम है। इससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
बुजुर्गों के लिए : बुजुर्गों को लेग एक्सटेंशन से पैर की मसल्स को मजबूती मिलती है।
नशामुक्त जिंदगी Healthy Life and Me
नशे की लत से छुटकारा पाना चुनौतीभरा है। लेकिन ये किया जा सकता है। इसके लिए इच्छाशक्ति के साथ कुछ नियम को भी फॉलो करना होगा।
1. स्वीकार करें कि आपको नशे की लत है और इससे राहत पाना चाहते हैं।
2. आकलन करें कि नशे से क्या नुकसान है। धीरे-धीरे छोड़ना है या एकदम से बंद करना है। ये स्पष्ट कर आगे बढ़ें।
3. आसपास के लोगों से सहयोग लें। ध्यान रहे ये लोग सपोर्टिव होने चाहिए।
4. नशा करना दो तीन दिनों के लिए छोड़ देते हैं लेकिन कई ऐसे ट्रिगर्स होते हैं कि आप फिर से नशा शुरू कर देते हैं। ऐसे ट्रिगर्स को पहचानें, साथ ही उनसे दूरी बनाकर रखें।
5. नशे से किक एक न्यूरल सर्किट की वजह से मिलती है। इससे बचाव के लिए हॉबीज को फॉलो करें।
6. लोगों का झुकाव नशे की तरफ तब होता है जब तनाव होता है। इसे मैनेज करने के लिए डीप ब्रीदिंग सीखें।
7. सफलता के हर दिन को सेलिब्रेट करें कि मैंने आज नशा नहीं किया।
खुद को दें बेहतर सेहत का उपहार..
पर्याप्त पानी पीएं- दैनिक जीवन के लिए जितने पानी की जरूरत होती है उतना हम लेते नहीं। मल-मूत्र, पसीने, श्वसन में काफी मात्रा में पानी खर्च होता है। सामान्य रूप से स्वस्थ हैं, कोई गंभीर समस्या नहीं है तो करीब 8 लीटर पानी रोज पीएं।
खेलें-जरूरी नहीं कि आप कार्डियो एक्सरसाइज ही करें। खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
प्रोसेस्ड फूड कम लें- प्रोसेस्ड फूड में जरूरी पोषक तत्त्व नष्ट हो जाते हैं। उसमें नमक अधिक होता है, जिससे हार्ट पर बुरा असर पड़ता है।
दिमाग को स्वस्थ रखें- नकारात्मक विचारों को दूर करें। ऐसे काम करें, जिनसे खुद को खुशी मिलती हो। ऐसे व्यक्तियों से मिलें, जिनसे सकारात्मक अहसास हो।
जीवन को एक उद्देश्य दें- स्वस्थ होने की इच्छा मन से उत्पन्न होनी चाहिए। हमें अपने जीवन में लक्ष्य जरूर बनाना चाहिए, क्योंकि उनके पूरे होने पर आनंद मिलता है।
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